बढ़नी से सटे नेपाल के कृष्णानगर में हिंसा, दरोगा समेत दर्जन भर घायल, प्रतिमा विसर्जन रुका

October 20, 2018 12:48 PM0 commentsViews: 6037
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नजीर मलिक

सिद्धार्थनगर। जिले के टाउन बढ़नी से सटे नेपाल के कृष्णानगर में बीती रात  जम कर बवाल हुआ और पुलिस का लाठीचार्ज करनी पड़ी। जिसमें कृष्णानगर थाने  के इंस्पेक्टर समेत लगभग दो दर्जन लोग जख्मी हुए हैं। कुष्णानगर  नईमिया मस्जिद के सामने हुए बवाल के बाद दुर्गा प्रतिमाओं को डोला वहीं रख दिया गया है। कपिलवस्तु के सीडीओ (डीएम) मौके पर जमे हुए हैं। स्थिति तनावपूर्ण मगर नियंत्रण में है।

बताया जाता है कि कृष्णानगर कस्बे में दुर्गा विसर्जन का जुलूस निकल रहा था। रात नौ साढे नौ बजे के करीब जुलूस जब मुस्लिम इलाके में पहुंचा तो वहीं आपत्तिजनक नारे लगने लगे।नईमिया मस्जिद के पास आपत्तिजनक नारे और गानों पर जब आपत्ति की गई तो जुलूस में शामिल एक खास संगठन से जुड़े लोग उग्र हो गये और तोड़ फोड़ शुरू कर दी। खबर पाकर पुलिस फार्स पुहंच गई।

बताते हैं कि पहले तो पुलिस और हंगामा करने वालों के बीच नोक झोंक हुई फिर वे पथराव पर उतर आये। मस्जिद पर भी पत्थर फेंके गये। अपुष्ट सूत्रों के मुताबिक तोड़ फोड़ भी हुई। इस पर पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। जिसमें करीब दर्जन भर लोग जख्मी हुए। इस दौरान नेपाल के कृष्नानगर थाना के इंस्पेक्ट भी जख्मी हुए हैं।

बहरहाल पुलिस का कड़ा रुख देख कर आसामाजिक तत्व भाग कर भारतीय सीमा क्षे़त्र में घुस गये। श्रद्धालुओं ने भी प्रतिमा विसर्जन से इनकार कर डोलों को मौके पर ही छोड़ दिया। उनका कहना है कि उनके नेता जो फैसला लेंगे उसी पर अमल किया जायेगा। उनके नेता कौन हैं, पी सवाल के जवाब में वे पेपाल के एक प्रभाशाली राजनीतिज्ञ और माननीय का नाम ले रहे हैं।

दूसरी तरफ कृष्णानगर के मुस्लिमों का कहना है कि विगत कुछ सालों से जुलूस के दौरान नईमिया मस्जिद में रंग फेकने, मुसिलम विरोधी कैसेट बजाने, आपत्तिजनक नारे लगाने की घटनाएं बढती जा रही हैं। इस वर्ष भी वहीं हरकत की जा रही थी, मुस्लिम मोहल्ले में इसकी कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई, अन्ततः दंगाइयों ने एक तरफा हिंसा की। फलस्वरुप उनकी पुलिस से मुठभेड़ हो गई।

इस बारे में कस्बे के शांतिपिय लोगों का कहना है कि सब कुछ पुलिस की लापरवाही से हुआ है। उनकी दलील है कि पिछले कई सालों से कुछ लोग त्यौहारों पर कस्बे में हिंसा करने की लगातार कोशिश कर रहे थे, इसके बावजूद भी इस संवेदनशील एरिया में पुलिस बल तैनात न करना प्रशासन की घोर लापरवाही है।

समाचार लिखे जाने तक कपिलवस्तु (नेपाल) जिले के मुख्य जिला अधिकारी अर्जुन पोखरेल और कार्यवाहक एसपी रवि रावल आज सुबह ही मौके पर पहुंच रहे हैं। इसके अलावा कृष्णानगर में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है, दंगाइयों की तलाश जारी है, मगर अवांछनीय तत्व भारतीय क्षेत्र के बढ़नी कस्बे में भाग आये हैं। वहां आम आरोप है कि ज्यों ज्यों यहां नेपाल स्वयंसेवक संघ की सक्रियता बढ़ रही है, त्यों त्यों तमाम क्षेत्रों की संवेदनशीलता बढ़ती जा रही है।

 

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