कुंभ स्नान को गये सैकड़ों लोगों में तीन की लाश लौटी, दो दर्जन अभी भी लापता ?
लोगों की तलाश में बिलख रहे परिजनों की आंखों के
नहीं रुक रहे आंसू, जिनके परिजन लौटे वहां खुशी का माहौल
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। मौनी अमावस्वा पर कुंभ स्नान के दौरान हुई भगदड़ में अब तक सिद्धार्थनगर जनपद के लगभग एक दर्जन श्रद्धालु लापता है। एक व्यक्ति के मौत की पुष्टि के बाद उसका शव घर आ चुका है। आधा दर्जन श्रद्धालु भटकते हुए घर पहुंच चुके हैं। इसके अलावा मौनी अमावस्या के स्नान होने की जल्दी में दो महिलाओं की एक अन्य दुर्घटना में जान जा चुकी है तथा 6 श्रद्धालु घायल होकर अस्पताल में भरती है। इनके परिवारों में हाहाकार मचा हुआ है। कुछ लापता श्रद्धालु भीड़ में गुम होने के बाद भटकते हुए घर पहुंवने में सफल हुए है। ऐसे लोगों के घर खुशी का माहौल है।
जोगिया कोतवाली थाना क्षेत्र के कडजहवा गांव में शनिवार को प्रयागराज से 55 वर्षीय बुंदी देवी पत्नी रामबृक्ष का शव उसके घर जब पहुंचा तो चीख पुकार मच गई। शनिवार सांय शोहरतगढ़ क्षेत्र के बानगंगा में उसका अंतिम संस्कार किया गया। क्षेत्र के कडजहवा गांव के दो दर्जन श्रद्धालु एक ही पिकप से गत सोमवार को प्रयागराज गए थे। संगम तट पर लगे बैरिकेड के टूटने से मची भगदड़ में बुंदी देवी पत्नी रामबृक्ष दब गई थीं। उनकी लाश घर आयी तो पूरे गांव में मातम छा गया।
सुशीला, प्रमिला की दर्दनक मौत
उसी दिन बासी कोतवाली क्षेत्र के सुहई, पड़िया गांव के 9 लोग बोलेरों से कुंभ स्नान के लिए प्रयागराज जा रहे थे। कोहरे का मौसम ऊपर से मौनी अमावस्या की सुबह स्नान की जल्दी में श्रद्धालुओ से भरी तेज रफ्तार बोलेरो 12 बजे रात में प्रतापगढ़ जिले के कोहड़ौरा के पास एक बस से टकरा गई। इस भीषण हादसे में तेलौरा गांव की 38 साल की सुशीला व सुुहई गांव की 55 साल की प्रमिला देवी की मौके पर ही मौत हो गई थी। घटना में 6 अन्य गंभीर रूप से घायल होकर लखनऊ मेडिकल कालेकज में मौत से संघर्ष कर रहे हैं। दूसरी तरफ सुशीला और प्रमिला के शव पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार को घर पहुंचे तो दोनों गांवों में शोक की लहर छा गई।
लापता श्रद्धालुओं की तलाश जारी
इसके अलावा कुंभ स्नान के दौरान मची भगदड़ के दौरान जिले के दर्जनों श्रद्धालु अभी तक लापता बताये जाते हैं। जिनको लेकर उन सभी के परिजन दुख में डूबे हुए हैं। कुंभ की भगदड़ में पथरा थाना क्षेत्र के ग्राम पाला निवासी 60 वर्षीया साबित्री देवी अभी तक लापता बताई जा रही हैं। सावित्री देवी पति श्रीराम चौरसिया के साथ महाकुंभ में स्नान करने गई थीं। भगदड़ वाली रात के अगले दिन 29 जनवरी को वह 8 बजे दिन में संगम पहुंची थीं। किंतु तभी से गायब हैं। उनके पति श्रीराम ने बताया कि मेले में स्थित सभी केंद्रों पर गए, सूचना दी, किंतु पता नहीं चला। सावित्री देवी के भतीजे सुनील कुमार ने बताया कि चाची के गायब होने की सूचना पुलिस को दे दी गई है।
दो सगी बहनें लापता
महाकुंभ स्नान करने गईं 62 वर्ष की दो सगी बहनें भी गायब हैं। चिल्हिया थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत सेमरियांव से 28 जनवरी को गांव के कुबेर, मंजू, प्रदीप यादव, चिरकुट व अन्य 27 लोगों के साथ पिकअप से मौनी अमावस्या पर प्रयागराज में स्नान करने गईं फूलमती पत्नी मल्हू एवं उम्र 62 वर्ष एवं मोहबाती पत्नी पूर्णमासी उम्र 62 वर्ष लापता हो गईं। तीन दिन से घर वाले काफी परेशान हैं। फूलमती के लड़के केशव ने कहा कि मां के लापता हुए तीन दिन हो गए हैं। अभी तक कोई सूचना नहीं मिली है। किसी अनहोनी की आशंका है। इसी प्रकार कपिलवस्तु कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पंचायत चकईजोत टोला कंचनिया (लोधपुरवा) निवासी 50 राजू राम लोधी कुंभ स्नान कर बृहस्पतिवार को पैदल अपने गांव वाले के साथ दूर खड़ी बस पर जा रहे थे। तभी भीड़ के रेले वे साथियों से बिछड़ गये। उनके साथी शेषराम ने बताया कि हम हम सभी ने बहुत खोजबीन की, लेकिन नहीं मिले। सुबह से उनको खोजने में शाम हो गई थी। अब आज हम लोग वापस आए।
उपरोक्त तीन मौतों के अलावा अभी तक ग्रामीण इलाकों से जिस प्रकार एक-एक कर ख़बरें मिल रही है उसके मुताबिक कुंभ में मची भगदड़ में अभी तक जिले के कम से कम दो दर्जन श्रद्धालु अपने घरों को नहीं लौटे हैं न ही उनका पता चल पा रहा है। इनमें से (ईश्वर न करे) से कुछ की मरने की भी खबर आ सकती है। लेकिन उनके गायब होने पर भी यहां से कुछ कार्रवाई संभव नहीं हो पा रही है। गायब श्रद्धालुओं के गांवों में मातम पसरा हुआ है। परिजन की आखों के आसूं नहीं सूख पा रहे हैं।