बेटे ने किया मां का कत्ल या असली कहानी कुछ और है? कत्ल से होगा किसको फायदा
बहन ने कहा- मेरा भाई है मां का कतिल, भाई पुलिस हिरासत में, मगर गांव वाले उठाते हैं सवाल- कत्ल से क्या फायदा होगा बेटे को
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। कपिलवस्तु कोतवाली क्षेत्र के रामनगर गांव में सो रही वृद्ध महिला रामरती की हत्या का रहस्य गहराता जा रहा है। हालांकि हत्या के आरोप में पुलिस ने उसके बेटे को हिरासत में ले रखा है मगर गांव में दबे स्वर में लोग इस हत्या की साजिश से इंकार नहीं कर पा रहे हैं। उनका तर्क है कि इस हत्या से उसके बेटे राधेश्याम को कोई लाभ होने वाला नहीं है।ॽ
क्या है पूरी घटना
सोमवार की सुबह रामनगर गांव में यह देख कर ग्रामीण हैरान रहे गये कि 70 वर्षीया रामरती की लाश घर से 20 मीटर दूर बनी उसकी झोपड़ी के बाहर चारपाई पर पड़ी है। उसका चेहरा खून में बा थ।डूबा था। चारपाई पर पड़े पत्थर इस बात की गवाही दे रहे थे कि उसका सर पत्थरों से मार कर तोड़ गया है। उसका बेटा गांव में बने मकान मकान में रहता था। मांकि हत्या की खबर पा कर वह भी पहुंचा। हत्या की खबर पाकर मौके पर पुलिस भी पहुंची और छानबीन में लग गई। घटना की सूचना पाकर पडोस के गांव (नेपाल) में ब्याही उसकी लड़की हेमंत कुमारी भी आ गई। रामरती की लड़की के आते ही सारा मामला रहस्यमय हो गया। उसने पुलिस को बताया कि मां रामरती की हत्या उसके सगे भाई राधेश्याम ने की है।
बहन ने भाई को बताया कातिल
हेमंत कुमारी के अनुसार उसकी मां मृतका रामरती देवी की शादी सीमा से सटे नेपाल के गांव सोबरसा में हुई थी। मगर अब वह रामनगर में नवासी पाने की वजह से रह रही थी। रामरती के दो बेटे सोनबरसा में रहते हैं। जबकि मां तीसरे बेटे राधेश्याम के साथ अपने मायके में रह रही थी। हेमंत कुमारी के अनुसार मां रामरती देवी ने अपने मायके में मिली ढाई बीघा को उसके नाम वसीयत कर दी थी। इससे राधेश्याम बहुत नाराज था। दोनों बेटे में अक्सर झगड़ा होता था। इसलिए रामरती मकान होते हुए भी अलग झोपड़ी में रहती थी।जिसे शनिवार की रात मौके देख कर उसके भाई ने मार डाला।
क्या है कयासबााजियां
गांव वालों के मुतबिक राधेश्याम को जमीन ने मिलने की बात की कहीं न कहीं टीस जरूर थी। ऐसे में मानना आसान होगा कि हत्या उसी ने किया है। लेकिन यहां सवाल यह भी उठता है कि जब मां ने जमीन बेटी के नाम वसीयत कर दिया है तो मां को मार कर जमीन तो प्राप्त नहीं की जा सकती थी। इसकेलिए तो मां काजिंदा रहना जरूरी था। ताकि मां को बहला कर वसीयत बदलवाई जा सके। ऐसे में इस आशंका से इंकार नहींकिया जा सकता कि हत्या किसी और ने की हो और राधेश्याम से रास्ते से हटाने के लिए राधेश्याम को आरोपी बना दिया गया। बहरहाल समाचार लिखे जाने तक पुलिस राधेयाम को हिरासत में लेकर पूछताछ में लगी थी।
ग्रामीण के मुताबिक राधेश्याम ठेले से गांव-गांव जाकर बिसाता बेचता था। दो साल पहले पेड़ काटने समय पेड़ से गिर गया था। इस घटना में उसके कमर में काफी चोट आई थी। इलाज के बार-बार अपने मां से रुपया मांगता था। रुपया न होने पर खेत बेच कर रुपया देने की बात कर रहा था। अभी तीन माह पहले खेत बेचने को लेकर झगड़ा हुआ था। ग्रामीण के मुताबिक रामरती ने अपने छोटी लड़की हेमंत कुमारी के नाम से रजिस्ट्री वसीयत कर दिया था।जिसकी शादी नेपाल के मुरखुतवा गांव में हई थी।
कपिलवस्तु कोतवाल ने कहा
इस बारे में कोतवली कपिलवस्तु के इंचाार्ज ज्ञानेंद्र कुमार राय ने बताया कि मृतका की बेटी ने तहरीर देकर आरोप लगाया कि राधेश्याम ने मां को ईंट पत्थर से सिर को कूच दिया है। मिली तहरीर के आधार पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज करके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद कारण स्पष्ट होगा।