राजेश की मौत का मामलाः तो क्या मृतक करोना का मरीज था? आखिर मृतक का सेंपल क्यों लिया गया
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। नेपाल सीमा से सटे सिद्धाथनगर जिले के बढ़नी टउन में एक व्यक्ति की रहस्यमय हालात में मौत हो गई। मृत का नाम राजेश रावत है। उसकी उम्र लगभग 55 वर्ष है। शहर में इस बात की चर्चा जम कर चल रही थी कि उसकी मौत कोरोना के चलते हुई। इसी कारण लोग मृतक के पास जाने से कतरा रहे थे। बहरहाल पुलिस ने अंतिम संस्कार से पहले आकर उसकी जांच का सेंपल लिया। अब रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
बताया जाता है कि बढ़नी टाउन के मुहल्ला आर्यसमाज रोड, कपड़ा मंडी निवासी राजेश रावत हाल में पंजाब से लौटा था और होम क्वारंटाइन पर होने के साथ साथ्र बीमार भी था। बताते हैं कि कल तीन जून को वह क्वारंटइन का नियम तोड़ कर अपने बेटे के साथ अपनी बहन के से मिलने डुमरियांगंज गया था, जहां अपरान्ह उसकी मौत हो गई। इसके बाद राजेश के शव को खामोशी से बढ़नी ले आया गया।
राजेश के शव के बढ़नी पहुंचते ही यह चर्चा शुरू हो गई कि उसकी मौत कोरोना से हो गई है। वहीं टाउन में एक खास संगठन के कुछ लोग इस बात की दलीलें देने लगे की राजेश की मौत हार्ट अटैक से हुई है। बहरहाल सच तो जांच के बाद ही सामने आयेगा, मगर एक बात गौरतलब तो है ही कि राजेश के मुहल्ले के लोग भी शव के पास आने से बचते रहे। यही नहीं उसकी मौत के चुपके से शव लाना भी संदेह को जन्म देता है।
समाचार लिखे जाने तक मृतक का शव बाहर रखा हुआ था। मुहल्ले वाले अपने घरों में दुबके हुए थे। मृतक के घर वाले भी घर में चुपचाप बैठे अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे। उस खास संगठन के लोग जो मृतक के हार्ट अटैक से मरने की दुहाई दे रहे थे, वे भी लाश के आस पास नहीं आ रहे थे। बहरहाल मामले की गंभीरता देख मौके पर पुलिस और प्रशासन के लोग पहुंचे और मृतक का सैंपल लेकर टेस्ट के लिए भेज दिया। अब रिपोर्ट का इंताज किया जा रहा है। उसी क आधार पर कार्रवाई होगी।