शुक्रवार सुबह-सवेरेः फिल्म शोले की तर्ज पर लाडली ने प्रेमी से शादी के लिए दे दी जान?
नज़ीर मलिक
सिद्धार्थनगर। फिल्म शोले में नायिका बसंती से शादी के लिए नायक बीरू पानी की टंकी पर चढ़ कर धमकी देता है। मगर वह तो फिल्म थी। यहां शोले की तर्ज पर असल जिंदगी में नायिका लाड़ली ने नायक नवाब को न पाने पर न केवल जान देने की धमकी दी, वरन उसने धमकी पूरी कर जान दे भी दिया। यह कहानी जिले के चिल्हिया थाने के बुकनिहा खालसा गांव में शक्रवार की भोर में घटी बताई जाती है
19 साल की लाडली का 21 साल के नवाब अली से ढाई साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों शादी के सपने देख रहे थे। लेकिन लाडली और नवाब के बीच मज़हब की दीवार सबसे बड़ी बाधा थी। इसी बीच नवाब कमाने के लिए मुंबई चला गया। मगर दोनों का प्रेम बरकरार रहा। नवाब गुरुवार शाम मुंबई से गांव आया था। यह पता चलते ही लाडली नवाब के घर चली गई। लेकिन वहां हालात ऐसे बने की वह नवाब से तो नहीं मिल सकी, उल्टे उसे अपनी जान अवश्य गवानी पड गई।
गुरुवार शाम को मुम्बई से आया था नवाब
बताते है कि बुकनिहा निवासी नवाब अली गुरुवार देरशाम अपने गांव आया था। ये पता चलते ही लड़की जिसका नाम लाडली था, रात लगभ 10 बजे नवाब अली के घर पहुंच गई। नवाब के घरवालों ने बताया कि वह कहीं गया हुआ है। नवाब से मिलने की ज़िद में लाडली उसके घर के एक कमरे में घुस कर दरवाजा बंद कर लिया। कमरे में एक तीन वर्षीया बच्ची पहले से सो रही थी। लाडली का कहना था कि घर वाले नवाब से मिलाएं तथा दोनों की शादी पक्की कराएं, वर्ना वह अपनी जान दे देगी।
बच्ची की चीख पर तोड़ा दरवाजा
इधर नवाब के घर वाले परेशान थे। लड़का और लडकी का जाति-धर्म अलग अलग था, सो ये मांग मंजूर नहीं कर सकते थे। लिहाजा ये लोग लाडली को मनाने की कोशिशें करते रहे। लाडली बिना नवाब के दरवाजा खोलने को तैयार नही थी। इस दौरान शोर शराबा सुन कर लाडली के परिजन भी वहां पहुंच गए और वे भी उसको बाहर आने के लिए मनाने लगे।इसी मान मनौवल में रात के तीन बजे गए।
मांन मनौवल का यह खेल भोर के पहले तक चला। दिन बदल गया। शुक्रवार की भोर के चार बजने वाले थे। अचानक कमरे से लाडली की आवाज़ें आनी बन हो गईं। कमरे में पहले से सो रही तीन साल की बच्ची अचानक जाग गई। कमरे में अपनी मां को न पाकर वह ज़ोर से रोने लगी। बच्ची की लगातार चीख से वहां मौजूद लोगो का धैर्य टूटने लगा। सबने मिल कर दरवाजा तोड़ दिया। अंदर कमरे का दृश्य बडा भयानक था।
कमरे में लाडली की लाश दुपट्टे के सहारे छत के कुंडे से लटकी हुई थी। वह मर चुकी थी।इसके के बाद चिल्हिया थाने की पुलिस को जानकारी दी गई। पुलिस ने मौके पर पूछ ताछ के बाद लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है। इस नाटकीय मौत को लेकर तरह तरह चर्चाएं हैं मगर जाति धर्म की वेदी पर एक लड़की की बलि जरूर चढ़ गई।