लाल अमीन ने लिया पर्चा वापस, बसपाइयों ने बताया मीरजाफर से बड़ा विश्वासघात, हाते पर सियासी जमघट
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। एमएलसी चुनाव में गोरखपुर-महाराजगंज क्षेत्र से बसपा उम्मीदवार लाल अमीन ने पर्चा वापस लेकर पूर्वांचल की राजनीति में भूचाल ला दिया है। इस घटना से बसपाई हतप्रभ हैं। उन्होंने लाल अमीन के इस फैसले को मीरजाफर जैसा विश्वासघात बताया है। पार्टी ने लाल अमीन को पार्टी से आउट कर दिया है। गोरखपुर में पंउित हरिशंकर तिवारी के कैंपस में बसपइयों की नई रणनीति पर मंथन शुरू हो गया है।
खबर के मुताबिक लाल अमीन के प्रतिनिधि द्धारा आज नामांकन वापसी फार्म जमा करते ही यह खबर जंगल में आग की तरह फैल गई। बहिन जी के निर्देश पर गोरखपुर में पार्टी कोआरडीनेटर व जिलाध्यक्ष सुरेश कुमार ने उन्हें पार्टी से निकालने की घोषणा कर दी।
इस घटना के बाद से ही गोरखपुर स्थित पंडित हरिशंकर तिवारी के हाते पर गोरखुपर, महाराजगंज के बसपाइयों की भीड़ लग गई है। नई रणनीति क्या होगी, इस पर विचार चल रहा है। इस आकस्मिक झटके से सभी अवाक हैं।
बताते चलें कि आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर बसपा ने एक बड़ा दांव खेला था। सका मानना था कि पूर्वांचल में वह पंडित हरिशंकर तिवारी खेमे को लाल अमीन से जोड़ कर विधानसभा चुनाव में ब्रहमण, मुसिलम व दलितों का एक सशक्त समीकरण बना लेगी। लेकिन लाल अमीन ने अचानक नाम वापस लेकर हालात को मोड़ दिया।
लाल अमीन कहां है किसी को कुछ नहीं पता। बस खबरें मिल रही हैं कि वह राजधानी में बैठे हैं और सपाइयों के सम्पर्क में हैं। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है। उनका फोन स्विच भी आफ चल रहा है।
लाल अमीन के इस कदम को बसपाई मीरजाफर जैसे विश्वासघात की ंसंज्ञा दे रहे हैं। उनका कहना है कि लाल अमीन ने मीरजाफर की तरह अपने ही लोगों के साथ धोखा किया है। इतिहास उसे माफ नहीं करेगा।
इस बारे में गोरखपुर बसपा अध्यक्ष सुरेश कुमार का कहना है कि लाल अमीन को पार्टी से निकाल दिया गया है। आगे क्या करना है इस पर विचार हो रहा है। फिलहाल गोरखपुर में पंउित हरिशंकर तिवारी का हाता और निवर्तमान विधान परिषद अध्यक्ष गणेश शंकर पांडेय बसपाई रणनीति का केन्द्र बिंदु बने हुए है।