लालमोहर की हत्या में विक्रम वाही की तर्ज पर कोई पांचवां पेशेवर कातिल भी था शामिल
–––बीस साल पहले बढ़नी में कैसेट किंग गुलशन कुमार के हयारे की भी इसी अंदाज में की गई थी हत्या
–––ग्राम प्रधान संगठन ने किया मदनपुर गांव का दौरा और किया थानाध्यक्ष उस्का के निलंबन की मांग
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। उस्का थाना के मदनपुर गांव में कत्ल किये गये प्रधानपति लालमोहर प्रधान की हत्या में गांव के ही चार लोग नामजद किये गये हैं, लेकिन कपिलवस्तु पोस्ट की पड़ताल से लगता है कि कोई पांचवां आदमी भी वहां था, जिसने शातिराना ढंग से गला काटने का काम किया।ल ने जिले में हुई अपराधी विक्रम वाही की त्या की याद दिला दी है।
लालमोहर की हत्या में गांव के ही रमाकांत सहित चार व्यक्ति नामजद हैं। कपिलवस्तु पोस्ट के रिपोर्टर ने जब कटे सिर का जायजा लिया तो पता चला कि लालमोहर का सिर उसके धड़ से बहुत सफाई से अलग किया गया था। जो रमाकांत एंड कंपनी के बस की बात नहीं।
गर्दन पर न कहीं खरोंच के निशान थे न ही उसे अनगढ़ तरह से रेतने के। गर्दन उतनी ही सफाई से काटी गई थी, जैसे कसाई तेज छुरियों से बकरा काटता है। ऐसा कृत्य आम तौर से गांव का आदमी नहीं कर सकता।
इससे प्रतीत होता है कि उन चारों नामजदों के साथ कोई न कोई ऐसा अदमी जरूर था, जिसे गला काटने में महारथ हासिल थी। आपको बता दें कि वर्ष 1995 में बढ़नी में कैसेट किंग गुलशन कुमार के हत्यारे विक्रम वाही की हत्या कराने वाले भी दूसरे लोग थे, मगर गला काटने वाला शातिर कातिल बाहर से बुलाया गया था।
कौन था विक्रम वाही?
विक्रम वाही भारत का एक कुख्यात शुटर था। 90 की दशक में उसने मुम्बई के टी सिरीज के कैसेट के मालिक गुलशन कुमार की हत्या की थी। वह भाग कर बढ़नी से सटे नेपाल के कृष्णानगर में एक माफिया की गैंग में शामिल हो गया था।
बाद में उसकी उस माफिया से ठन गई थी, लिहाजा माफिया ने उसे मरवाने के लिए एक शातिर कातिल बुलाया था जो अंगों को सफाइ से काटने में माहिर था। उसने वाही के सिर के अलावा हाथ पैर भी सफाई से काट कर बढ़नी रेल लाइन में फेंक दिया था।
नहीं लग पा रहा हत्यारों का सुराग
इस हत्या के साठ घंटे बाद भी हत्यारों को पकड़ पाने में पुलिस नाकाम है। लोगों का मानना है कि उनके पकड़ जाने के बाद गला रेतने वाले कातिल का नाम स्पष्ट हो सकेगा। एसपी लल्लन सिंह ने बताया है कि टीम हत्यारों के करीब है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जायेगा।
प्रधान संघ ने की एसओ के निलम्बन की मांग
आज पंचयती राज संगठन के मंडल अघ्यक्ष ताकीब रिजवी की अगुआई में प्रधानों की टीम ने मदनपुर गांव का दौरा किया तथा पीड़ित परिवार को सांत्वना दिया। बाद में उन्होंने एसपी से मिलकर हालात की जानकारी दी। संगठन ने हत्याकांड के लिए उस्का के थानाध्यक्ष को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके निलंबन की मांग की है।
ताकीब रिजवी का कहना है कि मुलजिम पक्ष ने कई बार प्रधान पक्ष को मारा पीटा है। इस बार हत्या के पूर्व हुए विवाद में अगर एसओ ने सही कदम उठाया होता तो यह घटना नहीं होती। श्री रिजपी के साथ श्याम नारायन मौर्य, मोहम्मद याकूब, दिलीप पांडेय छोटे आदि साथ रहे।