झोपड़ी में चल रही नेपाल बार्डर की पुलिस चौकी, बांस पर टंगा है वायरलेस का एंटिना
संजीव श्रीवास्तव
सिद्धार्थनगर। प्रदेश सरकार पुलिस को हाईटेक बनाने का दावा जरुर करती है, मगर नेपाल सीमा पर सिद्धार्थनगर की लालपुर चौकी उसके दावे की हवा निकाल देती है। लालपुर चौकी तीन दशक से अधिक समय से झोपड़ी में संचालित हो रही है। हालत यह है कि यहां पर लगा वायरलेस एंटिना बांस में बांधकर लगाया गया है।
मोहाना थाना अन्तर्गत लालपुर पुलिस चौकी का निर्माण वर्ष 1984 में तब हुआ जब इस गांव में भीषण डकैती हुई थी, किन्तु 31 वर्ष बीतने के बादभी यह पुलिस चौकी छप्पर में संचालित है।
लालपुर पुलिस चौकी उपेक्षा की किस कदर शिकार है ?इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इसके बाद में स्थापित कई पुलिस चौकियों को भवन नसीब हो गया, मगर इस चौकी में आज भी छप्पर के नीचे ही काम होता है।
बांस में बंधे वायरलेंस के सहारे यहां पर तैनात पुलिस कर्मी सूचनाओं का आदान- प्रदान करते हैं। जो अक्सर तेज हवाओं के झोकों में धोखा दे जाता है। बरसात के दिनों में तो इस चौकी पर तैनात जवानों को अपने तथा असलहों एवं अभिलेखों को सुरक्षित रखने के लिए त्रिपाल की सहायता लेनी पड़ती है।
यहां पर सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि यह पुलिस चौकी हाल के दिनों में सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील नेपाल सीमा पर स्थित है, मगर इसकी ओर किसी भी पुलिस अफसर का ध्यान नहीं जा रहा है।
इस सिलसिले में कपिलवस्तु पोस्ट ने जब अपर पुलिस अधीक्षक मंशाराम गौतम से पूछा तो उन्होंने कहा कि यह मामला संज्ञान में है। जल्द ही लालपुर चौकी के लिए भवन की कार्ययोजना बनवायी जायेगी।