गोरखपुर से बांसी पहुंची महिला टेंपो चालक का डीडी ने किया स्वागत
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। दो बच्चों के पालन-पोषण का जिम्मा, बेसहारा गोरखपुर की निवासिनी वंदना यादव टेंपो चलाकर हर जगह निराशा भरे माहौल में हालातों से हार नहीं मानकर अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी है। सोमवार को गोरखपुर से आठ सवारियों को लेकर बांसी पहुंची वंदना से मुलाकात बस्ती मंडल के उप निदेशक अल्पसंख्यक कल्याण विजय प्रताप यादव से हो गई। उन्होंने उस महिला को बुके देकर स्वागत किया। उसके हौसले की आफजाई करते हुए भविष्य में हर संभव मदद करने का भरोसा दिया।
जिले में पहली बार किसी महिला टेंपो चालक के पहुंचने और एक अफसर की ओर से मदद का आश्वासन मिलना चर्चा का विषय बना हुआ है। गोरखपुर के बरगदवा निवासी वंदना यादव बीते आठ वर्षों से अपने दो बच्चों के पालन-पोषण को लेकर रोजगार के रूप में किराए पर एक टेंपो चला रही है। वह प्राय: रेलवे अथवा रोडवेज स्टेशन गोरखपुर से सिद्धार्थनगर, बस्ती, संतकबीरनगर, महराजगंज, देवरिया जैसे जिलों के लिए संवारियां लेकर पहुंच जाती है।
वंदना के मुताबिक सोमवार को गोरखपुर से बांसी क्षेत्र के लिए आठ संवारियां मिलने पर फौरन रवाना हो गई। इस बीच उप निदेशक विजय प्रताप यादव मदरसा मिनी आईटीआई का निरीक्षण कर लौट रहे थे। अचानक उन्हें फजिहतवा पुल के पास वंदना दिखाई दी। उसे रोककर बुके देकर स्वागत किया। उसके हालातों से वाकिफ हुए और भविष्य में हर संभव मदद करने का भरोसा दिया।
डीडी विजय प्रताप यादव ने कहा कि वंदना मिशन सशक्तीकरण की सशक्त हस्ताक्षर है। आर्थिक तंगी दूर करने के लिए उन्होंने ऑटो का हैंडल थाम लिया और सड़क पर बेखोफ संवारियां ढो रही हैं। ऐसे महिलाओं का उत्साहवर्धन किया जाना चाहिए, जिससे समाज को एक बेहतर संदेश जा सके।