वाह रे प्रशासनǃ घूस भी लेंगे, काम भी नहीं करेंगे, और बोलेंगे-‘जो करना हो कर लो’
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। जिले के सदर तहसील में गरीब किसान मजदूरों को सरकारी कारकुन कैसे परेशान करते हैं, इसका प्रमाण नौगढ़ ब्लाक के ग्राम पंचायत महदेवा के एक लेखपाल और एक गरीब की के बीच रिकार्ड हुयी बातचीत से समझा ज सकता है। जिसमें लेखाल कह रहे हैं कि तुम्हारा पैसा भी लिया है और काम भी नहीं करेंगे। जो करना हो कर लो।
ग्राम पंचायत के टोला मदरहना के अकबाल नामक एक गरीब की मां की मौत चार साल पहले हो चुकी है। उसकी थोड़ी सी जमीन खारिज दाखिल के मामले को लेखपाल लटका रहे थे। दो साल पूर्व अकबाल और लेखपाल उमेश वर्मा के बीच वरासत करने का मामला 11 सौ रुपये में तय हो गया। गरीब अकबाल ने इंतजाम करके पैसे भी दे दिये।
बताते है कि पैसा देने के दो साल बाद भी काम नहीं होने पर अकबाल और लेखपाल के बीच सेलफोन पर बात हुई। बातचीत का आडियो रिकार्ड सुरक्षित है, जिसमें लेखपाल उमेश वर्मा स्वीकार कर रहे है कि पैसा तो लिया है, लेकिन काम नहीं करेंगे, जो करना हो कर लो। इसकी शिकायत अकबाल ने 4 सितम्बर के तहसील दिवस में भी की है, लेकिन कोई कारर्वाई नहीं हुई।
गौर तलब है कि एंड्रायड मोबाइल के युग में भ्रष्टाचार के तमाम ऐसे मामले सामने आये हैं, जिनमें भष्टाचार की आडियो या विडियो क्लिप बनाई गई। मगर ऐसे सजीव प्रमाणों के बाद भी जिम्मेदार अफसरों ने कभी भ्रष्ट कर्मियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। लगता है कि अकबाल के शिकायत के बावजूद प्रशासन के कानों पर जूं नहीं रेंगे रहा। जिलाधिकारी का ध्यान अपेक्षित है।