प्रेमी प्रेमिका की लाश पेड़ से लटकी मिली, राहे वफा में मजबूरन जान दी, या मजबूरी में ली गई उनकी जान?
नजीर मलिक
मुहब्बत की डगर पर साथ जीने मरने की कसम खाने वाले सोमई और लक्ष्मी की कसम शुक्रवार को वाकई सच साबित हो गई। दोनाें की लाश आज 11 बजे गांव से बाहर पेड़ से लटकी पाई गई। खबर पाकर बांसी कोतवाली पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। वारदात से पूरा मसिना गांव सकते में है। दोनों ने खुद जान दी या उनकी जान ली गई, इस पर कयासबाजी जारी है।
बांसी कोतवाली से दक्षिण डिडई पुलिस चौकी से पांच किमी दूर मसिना खास गांव के बाहर बाग में 24 साल के सोमई पुत्र बालकेश निषाद और 21 साल की हेमलता उर्फ लक्ष्मी पुत्री विकास खैरसिया की लाश एक पेड़ से लटकी दिखी। दोनो उसी गांव के रहने वाले थे।
सुबह करीब दस बजे दोनों की लाश महुए के पेड़ से लटकती देखी गई। दोनों की लाशें एक दूसरे से इस तरह चिपकी हुई थीं, मानों उन्होंने मौत के बाद भी अलग न होने की कसम खा रखी हो।
घटना की खबर पुलिस को दी गई। बांसी कोतवाल शमशेर बहादुर सिंह खुद मौके पर पहुंचे और पूछताछ की। बाद में उन्होंने लाश को पोस्टमार्टम के लिए सिद्धार्थनगर भेजा। मौके पर उन्हें कोई खास सूत्र न मिला। हां, अफवाहें जरूर मिलीं। किसी ने इसे आत्महत्या बताया तो किसी ने शक की बिना पर कत्ल की संज्ञा दी।
कपिलवस्तु पोस्ट को मिली जानकारी के मुताबिक सोमई और तक्ष्मी के बीच अरसे से मुहब्बत परवान चढ़ रही थी। दोनांे की जाति अलग थी, सो प्यार पर एतराज भी था। लेकिन दोनांे इससे बेखबर मुहब्बत की राह में वफा के गीत गाते हुए बिंदास ढंग से आगे बढ रहे थे कि शुक्रवार सुबह को दोनों की लाश ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दिया।
लक्ष्मी और सोमई की लाश मिलने पर गांव में कई कयासबाजियां हैं। कुछ लोग कहते हैं कि प्रेम में बाधा से दुखी दोनों ने अपना जीवन समाप्त कर लिया, मगर बहुत से लोग ढकी छिपी जुबान से इसे हत्या भी बताते हैं।
घटना को हत्या बताने वालों की दलील थी कि अभी तक दोनों के साथ इस प्रकार की सख्ती नहीं देखी गई, जिससे तंग आकर उनके सामने जान देने की नौबत आ जाये। ऐसे लोग इसके पीछे आनर किलिंग का अंदेशा भी बताते हैं।
फिलहाल पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया हे वह घटना के दोनों पक्षों को ध्यान में रख कर तफ्तीश में लगी हुई है। जहां तक उनके परिजनों का सवाल है बालकेश और विकास दोनों का जवाब एक ही है, कि उन्हें बिलकुल नहीं पता कि ऐसा क्यों हुआ। इससे आगे वह कुछ नहीं बताते। अब तो पुलिस की तफ्तीश से ही पता चल सकेगा कि सच क्या है?