दो वर्षों बाद ककरहवा-लुम्बिनी बार्डर से चार पहिया वाहनों का आवागमन शुरू
निजाम जीलानी
ककरहवा, सिद्धार्थनगर। कोरोना संक्रमण के कारण दो वर्षो से बंद पड़ा ककरहवा बॉर्डर चार पहिया वाहनों के लिए खोल दिया गया है। इससे ककरहवा के मार्ग से लुम्बिनी, बुटवल, भैरहवा और पाल्पा जाने का मार्ग आसान हो गया है। इस मार्ग के बंद होने से दोनों देशों के हजारों नागरिकों को प्रतिदिन बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था।
कोरोना संक्रमण के कारण दो वर्ष पहले नेपाल सरकार ने ककरहवा- लुमिबनी मार्ग स्थित छोटा भंसार कार्यालय बंद कर दिया था, जिसको बुधवार को सीमा शुल्क कार्यालय भंसार को दो पहिया एवं चार पहिया वाहनों के लिए खोल दिया गया है। अब पर्यटक सीमा प्रवेश शुल्क जमा कर ककरहवा के राश्ते से नेपाल मे प्रवेश कर सकते हैं। पर्यटकों के लिए लुम्बिनी तक निशुल्क प्रवेश सुबिधा पर्ची अभी भी बंद है नेपाल सरकार की ओर दिशा निर्देश नहीं जारी किया गया है।
बताते हैं कि गत 22 मार्च के बाद से ही नेपाल के लुम्बिनी छोटा भंसार कार्यालय बंद था और दो पहिया एवं चार पहिया वाहनों पर रोक थी, जिससे ककरहवा बॉर्डर के लुम्बिनी एवं नेपाल जाने वाले पर्यटकों को काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ता था। वहीं नेपाल सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए छोटे भंसार कार्यालय को लोगों के लिए खोल दिया है जिससे दो पहिया एवम चार पहिया गाडी सीमा प्रवेश शुल्क दे कर नेपाल भ्रमण कर सकेंगे।
नेपाल जाने पर देना होगा इतना शुल्क
ककरहवा के राश्ते नेपाल प्रवेश करने के लिए मोटर साईकिल के लिए 150 नेपाली रु एवं चार पहिया के लिए 500 रुपया नेपाली अर्थात लगभग 90 व 300 भारतीय रुपये अदा करना होगा। नेपाली प्रशासन ने बताया कि अभी सुविधा पास बंद है। जिसके लिए निकट भविष्य में आर्डर आने की संभावना है।