मदरसा विवाद में डीएम ने सदर एसडीएम को दिया अल्टीमेटम, कपिलवस्तु पोस्ट की ख़बर से हड़कंप
नज़ीर मलिक
मदरसा दर्सगाह इस्लामी करीमपुर के प्रबंधकीय विवाद में कपिलवस्तु पोस्ट की सिलसिलेवार रिपोर्टिंग से सरकारी महकमों में हड़कंप मच गया है। इस विवाद को सुलझाने के लिए डीएम डॉक्टर सुरेंद्र कुमार ने गुरुवार की शाम विकास भवन के सभागार में आला अफसरों के साथ बैठक की। सदर एसडीएम राजितराम प्रजापति समेत कई बड़े अफसर को इस मीटिंग में जमकर झाड़ लगाई गई। विवाद सुलझाने के लिए डॉक्टर सुरेंद्र कुमार ने एसडीएम सदर को छह दिन का अल्टीमेटम जारी कर दिया है। इस मदरसे में जारी विवाद को कपिलवस्तु पोस्ट ने प्रमुखता से उठाया था।
मदरसा दर्सगाह इस्लामी के नाज़िम मोहम्मद इलियास के मुताबिक उन्हें अल्पसंख्यक विभाग की तरफ से एक औचक मीटिंग की सूचना मिली। कहा गया कि गुरुवार की शाम 4 बजे विकास भवन के सभागार में दोनों पक्ष हाज़िर हों। इलियास ने बताया कि यहां डीएम, सदर एसडीएम समेत कई आला-अफसर मौजूद थे। डीएम का रुख़ बेहद सख़्त था और वे अपने मातहत अफसरों पर बरस रहे थे। डीएम ने सदर एसडीएम से कहा कि अलगे छह दिनों तक इस विवाद की सुनवाई हर दिन की जाएगी। अगर कोर्ट बंद होती है तो एसडीएम अपने चैंबर में इसकी सुनवाई जारी रखें। छह दिनों की सुनवाई के बाद इस विवाद का फैसला किसी भी सूरत में हो जाना चाहिए। इसके बाद कोई समय नहीं दिया जाएगा।
मदरसा दर्सगाह इस्लामी में प्रबंधकीय विवाद 2012 से चल रहा है जिसकी वजह से यहां के छात्रों की पढ़ाई लगातार प्रभावित हो रही है। इसकी शिकायत करने पर डीएम डॉक्टर सुरेंद्र ने अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अफसरों से तफ्तीश करवाई थी। अवैध तरीके से मदरसे पर कब्ज़ा करने वालों की शिनाख्त भी हो गई थी मगर बेहद नाटकीय अंदाज़ में सदर एसडीएम ने अपने ही आला अफसर के फैसले को ताक पर रखकर नया फैसला सुना दिया था। नाज़िम इलियास कहते हैं कि शायद यही वजह थी कि विकास भवन के सभागार में डीएम साहब सदर एसडीएम पर सबसे ज़्यादा भड़क रहे थे।
मालूम हो कि इस विवाद की सिलसिलेवार रिपोर्टिंग कपिलवस्तु पोस्ट ने की थी जिसे बाद शहर के अख़बार और टीवी चैनलों ने इसे फॉलो किया। मगर बुधवार की सुबह कपिलवस्तु पोस्ट की आख़िरी रिपोर्ट पढ़ने के बाद ज़िले के अफ़सरों में हड़कंप मच गया। मुमकिन है कि अब इस बेहद पुराने मदरसे का प्रबंधकीय विवाद खत्म हो जाए।