सामाजिक समरसता ही हिंदुत्व का प्राण है- विश्व हिंदू महासंघ
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। विश्व हिन्दू महासंघ सिद्धार्थनगर द्वारा मंगलवार को राष्ट्र सन्त ब्रह्मलीन महन्त अवैद्यनाथ के पुण्य तिथि पर सामाजिक समरसता ही हिंदुत्व का प्राण है विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन नौगढ़ ब्लाक सभागर में किया गया। संगोष्ठी प्रारम्भ होने से पूर्व जिले भर से आये पदाधिकारियों एव कार्यर्ताओं ने मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष एव गोरखपुर तथा बस्ती मण्डल प्रभारी का स्वागत कर नगर भ्रमण कराया, ततपश्चात ब्रह्मलीन राष्ट्र सन्त अवैद्यनाथ के चित्र पर पुष्प अर्पित किया गया।
संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि विश्व हिंदू महासंघ प्रदेश अध्यक्ष भिखारी प्रजापति ने कहा कि विश्व हिंदू महासंघ संगठन गोरक्षपीठ की संकल्पना को साकार करने की दिशा में प्रयासरत है। गोरक्षपीठ की संकल्पना है कि सामाजिक समरसता ही हिंदुत्व का प्राण है। उन्होंने कहा कि देश के संपूर्ण हिंदू समाज को एकजुट होना होगा, तभी हिंदू समाज राष्ट्र की मुख्यधारा में शामिल हो पाएगा। जिस दिन हिंदू समाज एकजुट हो गया, उस दिन जात-पात, धर्म, संप्रदाय, अमीरी-गरीबी की राजनीति करने वालों की दुकानें अपने आप बंद हो जायेंगी।
सांगोस्ठी को सम्बोधित करते हुए बतौर विशिष्ट अतिथि के रूप में गोरखपुर मण्डल प्रभारी दिग्विजय किशोर शाही ने कहा कि संगठन की मजबूती निष्ठावान और कर्तव्यनिष्ठ पदाधिकारियों से मिलती है। इसलिए पदाधिकारियों को संगठन की मजबूती की दिशा में कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि संगठन में शक्ति है, आज जिस तरह हम इतनी संख्या में महन्त जी के पुण्यतिथि में शामिल हुए हैं, यह निश्चित ही आने वाले दिनो में हमारे संगठन को मजबूती प्रदान करने का संदेश है।
संगोषठी को सम्बोधित करते विशिष्ठ अतिथि बस्ती मण्डल अध्यक्ष सरजू प्रसाद शुक्ला ने कहा कि विश्व हिंदू महासंघ दुनिया का सबसे बड़ा संगठन है। यह संगठन गैर राजनीतिक है। इसका मूल उद्देश्य हिंदुओं की रक्षा और उनके हितों के लिए सदा संघर्षशील रहना है। ततपश्चात पूर्व में मनोनीत किये गए जिला, तहसील, ब्लाक एव नगर के पदाधिकारियों को मनोनयन पत्र एव अंगवस्त्र प्रदेश अध्यक्ष के हाथों प्रदान किया गया।
संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष अधिवक्ता अखण्ड प्रताप सिंह ने कहा कि विश्व हिन्दू महासंघ निःस्वार्थ भाव से समाज के साथ खड़ी है, और ये देश हित मे समाज हित मे, हिन्दू हितो की लड़ाई के लिये हमेशा तैयार है। यदि हमारे समाज को किसी भी प्रकार से असमाजिक तत्व द्वारा यदि नुकसान करने का प्रयास किया गया तो वो जान लें कि हमे जहरीले सापों का फन भी कुचलना आता है।
संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए धर्माचार्य प्रमुख अधिवक्ता कृपा शंकर त्रिपाठी ने कहा कि हमे अपने भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिये सदैव तैयार रहना चाहिए, यदि हमारी संस्कृति को लेकर कोई टिप्पड़ी करता है, तो हमे उसको जवाब देना होगा जिससे हमारी संस्कृति और धर्म की रक्षा हो सके।
इस अवसर पर अधिवक्ता प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष इंदू कुमार सिंह ने कहा कि हिन्दू हितों की रक्षा के लिए अधिवक्ताओं की टीम हमेशा तैयार है। यदि कोई आवश्यकता पड़ती है तो अधिवक्ता प्रकोष्ठ जरूरत मंद के लिए न्याय की लड़ाई लड़ेगा।
संगोष्ठी की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष अखण्ड प्रताप सिंह एव संचालन जय प्रकाश गुप्ता ने किया। इस दौरान राजेश शर्मा, देवेश श्रीवास्तव, सुनील त्रिपाठी, त्रियुगी चौहान, मातृ शक्ति प्रमुख प्रकोष्ठ की माधुरी मिश्रा, फतेहबहादुर सिंह, गोविंद शुक्ला, हरेंद्र बहादुर सिंह, जितेंद सिंह, राजीव वर्मा, सन्तोष मिश्र, अनिल विश्वकर्मा, रमेश चन्द्र शुक्ल, सन्दीप कुमार, श्रवण पाण्डेय, अमन जायसवाल, अविनाश पाण्डेय, अनिल उमर वैश्य, राजन मोदनवाल, सन्तोष यादव, सर्वेश वर्मा, दीपक वर्मा, अमित शुक्ला, माधव वर्मा, राकेश मिश्रा, मंटू मोदनवाल, सजंय जायसवाल, विनोद कुमार, पुनीत जायसवाल सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।