पुलिस के जवानों ने की महिला को जबरन घसीट कर गाडी में बैठाने की कोशिश, विडियो वायरल
डायल-112 के थे पुलिसकर्मी, महिला ने चीख़-चिल्ला कर ग्रामीणों को मदद के लिए बुलाया, काफी हो हल्ले के बाद महिला हुई आजाद
नजीर मलिक
फोटो– पीड़ित महिला कांती देवी
सिद्धार्थनगर। भवानीगंज थाना क्षेत्र में डायल-112 के पीआरवी 1524 के पुलिसकर्मियों पर एक महिला ने र्दुव्यवहार करने तथा जबरन पीआरवी बैन में बैठाने के प्रयास का मामला सामने आया है। पीडि़ता ने एसओ को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है। उसका कहना कि बिना महिला आरक्षी के हमें गाड़ी में क्यों बैठाया गया। इसका विडियो जम कर वायरल हो रहा है। वायरल विडियो में पीड़िता को रोते चिल्लाते देख लोगों में क्षोभ है। शनिवार रात को घटी इस घटना की शिकायती तहरीर में इसकी जांच कर कार्रवाई की मांग की गई है।
क्या है पूरी कहानी
क्षेत्र के जूड़ीकुईया गांव निवासी एक महिला सरोज देवी पत्नी मंगरू का आरोप है कि अपने पट्टे के पोखरे में रात लगभग नौ बजे के आसपास पास अपने छोटे बेटे के साथ पानी चला रही थी। तभी डायल-112 पीआरबी 1524 के पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। साथ में कोई महिला पुलिसकर्मी न होने के बावजूद वे हमारे साथ दुर्व्यवहार करने लगे। हमें जबरन गाड़ी में बिठाने लगे। मै अकेली महिला थी। ऐसे में प्रतिरोध के नाम पर मैं रोने और चीखने चिल्लाने लगी, तभी मेरे लड़के ने दौड़कर गांव वालों को बुलाया। गांव वाले आ गए। वह पूरी पूरी घटना जान कर सन्न रह गये। गांव वालों के आ जाने के बाद पुलिसकर्मी उन्हें भी तरह तरह की धमकी देने लगे।फिर भी बड़ी मुश्किल से ग्रामीणों ने हम लोगों को उनके चंगुल से बचाया।
पीडि़ता ने इस संबंध में एसओ को शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई। वहीं महिला से रोने और पुलिस पर आरोप का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है। वायरल विडियो सरोज देवी को रोते चिल्लाते स्पष्ट देखा जा सकता है। ग्रामीणों का कहना है कि बिना महिला पलिसकर्मी के किसी औरत को राम में 9 बजे जबरन खींचना, उससे दुर्व्यवहार करते हुए जबरन गाड़ी में बैठाने की कोशिश करना, किसी तरह से मानवीय नहीं है। इस संबंध में थानाध्यक्ष भवानीगंज शिवनारायण सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी है, जांच की जा रही है। जांच में दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
आरोप गलत है- पुलिस अधीक्षक
इस बारे में जनपद के पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद का कहना है कि उक्त महिला गांव के निर्माणाधीन तालाब (अमृत सरोवर) में गलत मंशा से पानी भर रही थी। उसकी नीयत अवैध कब्जे की थी। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने डायल-112 पर की थी। इस पर दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया था। इसी के तहत पुलिस वाले महिला को बुलाने गये थे। जिसे उक्त महिला बढ़ा चढ़ा कर बयान कर रही है। महिला का आरोप विश्वास योग्य नहीं है। फिर भी मामले की जांच की जा रही है।