रोजगार सेवक के मनमानी से महिला मेट को मनरेगा में नही मिल रहा काम
ग्राम रोजगार सेवक खण्ड विकास अधिकारी के आदेशों की कर रहे अवहेलना
चंद्रभान
बर्डपुर, सिध्दार्थनगर। महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना ग्राम रोजगार सेवक के मनमानी रवैया अपनाने से फिलहाल महिला मेट को मायूसी हाथ लग रही है। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मनरेगा मेट में काम देने का आदेश कागजी खानापूरी में सिमट कर रह गया है। मनरेगा में श्रमिकों को ₹230 व काम की देखरेख करने वाले मेट को ₹375 लगभग प्रतिदिन दिए जाने हैं।
ग्रामीण गरीब महिलाओं को आर्थिक व सामाजिक रूप से सशक्त बनाने के लिए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मेट नियुक्त किए जाने की महत्वाकांक्षी योजना शुरू की गई है। इसके लिए बर्डपुर ब्लाक में 21 महिला मेटों का चयन हुआ है।
बर्डपुर नंबर 7 की महिला मेट प्रमिला यादव का कहना है ग्राम पंचायत में कई परियोजनाओं पर मनरेगा कार्य चल रहा है। चयन होने के बाद भी कई सप्ताह से लगातर संबंधित को अवगत करा रही हूं, लेकिन जान बूझकर काम पर नहीं लगाया जा रहा है, केवल आश्वासन पर आश्वासन मिल रहा है।
ग्राम प्रधान और सचिव का कहना है कि ग्राम पंचायत में महिला मेट का चयन हुआ है, तो उसे कार्य पर लगाना चाहिए जिससे कार्य में पारदर्शिता आएगी और विकास कार्य तेजी से होगा।
वहीं खण्ड विकास अधिकारी बर्डपुर सुरेश कुमार का कहना है सभी रोजगार सेवकों को महिला मेट की सूची भेज कर काम पर लगाए जाने के लिए निर्देशित किया जा चुका है।
इस सम्बन्ध में डीसी मनरेगा रवि शंकर पाण्डेय ने बताया कि महिला मेट को काम देने में कोई भी व्यवधान पैदा कर रहा है तो उसके खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जायेगी।