महिलाओ के अंदर ही निहित हैं सात शक्तियां- उमा सिंह 

November 18, 2025 9:15 PM0 commentsViews: 17
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अजीत सिंह 

सिद्धार्थनगर। जिले में स्थित रघुवर प्रसाद जायसवाल सरस्वती बालिका विद्या मंदिर में मातृ-सप्तशक्ति संगम कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मातृ शक्तियों की उपस्थिति के साथ विद्यालय परिसर उत्साह और संस्कारों की रंगोलियों से सराबोर दिखा। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि महिला आरक्षी महिला थाना शिवानी सिंह रहीं, जिन्होंने महिलाओं के कानूनी अधिकार के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम की अध्यक्ष श्रीमती नंदिनी रही। विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. सीमा मिश्रा व श्रीमती शर्मिला रही।

डॉ सीमा मिश्रा जो की असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं उन्होंने बताया कि आज हमारा समाज एकल परिवार की ओर ज्यादा जा रहा है जबकि हमें संयुक्त परिवार में रहने की आवश्यकता है क्योंकि बच्चे का सर्वांगीण विकास संयुक्त परिवार में रहकर ही अच्छी तरह से हो सकता है। इसी क्रम में विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती उमा सिंह ने बताया कि महिलाओं के अंदर सात शक्तियां (कीर्ति, श्री, वाणी, स्मृति, मेधा, धृत, क्षमा) निहित होती है जिन्हें पहचान कर उसे जागने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि संघ के पांच परिवर्तन (स्वदेशी, सामाजिक समरसता, पर्यावरण, नागरिक कर्तव्य, कुटुंब प्रबोधन) के जरिए समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाकर राष्ट्र को सशक्त बनाने हेतु सभी लोग पुरुषार्थ करें। इसमें हम महिलाओं की भूमिका अग्रणी होती है।

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। अतिथि परिचय के बाद बच्चों के द्वारा वंदना मनमोहक कार्यक्रम तथा झांकियां प्रस्तुत की गई। जिसमें रानी दुर्गावती की किरदार को अत्यंत सराहा गया जो की कक्षा 6 की बहन अनन्या सिंह द्वारा प्रस्तुत किया गया। हम ही मातृ शक्ति हैं हम ही आदिशक्ति हैं गीत के द्वारा महिलाओं में उत्साह वर्धन किया गया।न्महिलाओं की उत्सुकता को बनाए रखने के लिए प्रश्नोत्तरी भी कराई गई तथा उन्हें पुरस्कृत भी किया गया।

समाज की ऐसी महिलाएं जिन्होंने कई कठिनाइयों को झेल कर अपने परिवार का पालन पोषण किया तथा ऐसी महिलाएं जिन्होंने अपने परिवार को अभी भी संयुक्त रखा है ऐसी महिलाओं का भी सम्मान प्रधानाचार्य उमा सिंह जी तथा मुख्य अतिथि श्रीमती शिवानी सिंह जी द्वारा किया गया। अंत में मुख्य अतिथि विशिष्ट अतिथि तथा उपस्थित सभी सम्माननीय मातृ शक्तियों को आभार व्यापित करते हुए शांति मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय परिवार के बंधु भगिनी ने अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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