डुमरियागंज: बाढ़ शरणालय का भवन धंसा, तीन की दब कर मौत
नज़ीर मलिक
सिद्धार्थनगर। भनवापुर विकास खण्ड अंतर्गत बाढ़ग्रस्त ग्राम भरवठिया मुस्तहकम में एक विवाह घर का पिलर धँस जाने के कारण भवन ढह गया और उसके मलबे में दब कर तीन बाढ़ पीडितों की मृत्यु हो गई। मृतकों में एक राजकुमार का 14 वर्षीय पुत्र राज सिंह चौहान तथा बुद्धिराम नामक व्यक्ति की दो पुत्रियां शामिल हैं। घटना बीती रात 3 बजे की है। इस घटना के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
बताया जाता है कि भरवाठिया मुस्तहकम गांव के कई दर्जन ग्रामीण सैलाब के भय से अपना घर छोड़ कर गांव के ही ग्राम पंचायत द्वारा बनवाये गए विवाह घर मे शरण लिए हुए थे। यह अपेक्षाकृत ऊँची जगह पर बना हुआ था। बताया जाता है कि रात में अचानक भवन का पिलर ज़मीन में धसने लगा। इसी के साथ भवन भी ढहने लगा। दीवार औऱ छत का मलबा गिरने का एहसास होते ही भवन में भगदड़ मच गई।
अंधेरी रात में सब लोग तो बाहर निकल आये मगर गांव के राज कुमार के पुत्र 14 वर्षीय राज सिंह चौहान व बुद्धिराम की दो बेटियां 22 साल की रिंकू और उसकी 14 साल की छोटी बहन पूनम मलवे में दबे होने के कारण बाहर न निकल पाये। गांव वालों का कहना है कि लगभग चार बजे जब कुछ लोगो को एहसास हुआ कि तीन लोग मलबे में फंसे हैं तो उन्हें निकालने का प्रयास हुआ। बताते है कि मलबा हटाने पर एक स्थान पर राज सिंह चौहान की लाश मिली, जबकि रिंकू और पूनम मलबे में फंसी घायल होकर कराह रही थीं।
दोनो बहनों को बड़ी मुश्किलों से अस्पताल ले जाने की कोशिश की गई, मगर रिंकी ने रास्ते मे ही दम तोड़ दिया, जबकि घायल पूनम ने सोमवार को दिन में 12 बजे दम तोड़ा।
क्षेत्रीय विधायक सैयदा खातून के गांव से मात्र कुछ दूरी पर घाटी इस ह्रदय विदारक घटना पर विधायक ने शोक व्यक्त किया है, जब कि विवाह घर में हुई इस घटना को कुछ लोग निर्माण कार्य मे हुए भ्रष्टाचार की संज्ञा दे रहे हैं।