मैनहा में मिला फिर एक जानवर का अवशेष, ग्रमीणों में आक्रोश और तनाव
नजीर मलिक
डुमरियागंज,सिद्धार्थनगर। थानाक्षेत्र के माली मैनहा में प्रतिबंधित पशु का अवशेष मिलने के बाद तनाव इलाके में तनाव का माहौल है। सूचना के बाद क्षेत्र में फोर्स तैनात कर दी गई है और अज्ञात लोगों के विरुद्ध गोवध निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर अवशेष को परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। मामले में पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ करके घटना के पर्दाफाश में जुटी गई है।
नगर पंचायत क्षेत्र के माली मैनहा में तीन माह के भीतर दूसरी बार प्रतिबंधित पशु का अवशेष मिलने से तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। एएसपी सुरेश चंद्र रावत ने भी घटना स्थल का दौरा कर दोषियों को चिन्हित करके कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है। जानकारी के अनुसार नगर पंचायत निवासी भोला सोनी की गाय सोमवार शाम को अचानक गायब हो गई। वह पूरी रात खोजबीन करते रहे, लेकिन गाय का कहीं कोई पता नहीं चला। मंगलवार की शाम कुछ लोगों ने उन्हें जानकारी दी कि माली मैनहा के सिवान में गाय को बांधने वाली रस्सी पड़ी है। वह लोगों के साथ पहुंचे तो पास के कुंए में एक बोरा उतराता मिला। बोरा निकालकर देखने पर उसमें गोवंश का चर्म और सिर बरामद हुआ, जिसके बाद गाय के मालिक ने उसकी पहचान करते हुए पुलिस को सूचित किया।
मौके पर पहुंची फोर्स ने उसे कुएं में दफन करने का प्रयास किया, लेकिन गांव वालों के विरोध के बाद सीओ अजय कुमार श्रीवास्तव व थानाध्यक्ष संजय मिश्रा ने अवशेष निकलवाकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया। पुलिस की इस कार्रवाई के दौरान डुमरियागंज पुलिस सर्किल के सभी थानों की पुलिस भी मौजूद रही। मौके पर भाजपा नेता मधुसूदन अग्रहरि, पं. राकेश शास्त्री, शत्रुघ्न सोनी, भोला सोनी आदि भी पहुंच गए और घटना के आरोपियों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की मांग की।
इस संबंध में सीओ अजय श्रीवास्तव ने बताया कि माली मैनहा के सिवान से मंगलवार की रात बरामद अवशेष के मामले का पर्दाफाश करने के लिए चार टीमें लगाई गई हैं, जल्द ही घटना के सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे। थानाध्यक्ष संजय मिश्रा ने बताया कि मामले में अज्ञात लोगों के विरुद्ध गोवध निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर तहकीकात की जा रही है, जल्द ही सभी दोषी चिन्हित करके जेल भेजें जाएंगे।