मनीराम छत से गिरा या उसकी हत्या की गई, बेटे ने दी पंप मैनेजर के खिलाफ तहरीर
नजीर मलिक
पथरा थाने के करीब खेरिया गांव के निकट स्थित पेट्रोल पंप पर काम कर रहे एक कर्मचारी की बीती रात बड़ी निर्ममता से हत्या कर दी गई। मरने वाले का नाम मनीराम था। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी छायी हुई है। वैसे पंप मालिक इसे छत कर गिरने से हुई मौत बता रहे हैं।
सोमवार की भोर में मनीराम की लाश सबसे पहले टैंकर चालक प्रमोद यादव ने देखा। उसने मैनेजर को जगाया। घटना सुन कर पंप मालिक राकेश व मृतक के घर वाले भी पहुंचे। पंप कर्मियों की दलील है कि चालीस वर्षीय मनीराम रात में छत पर सोया था।
पंप कर्मियों के मुताबिक वह रात में किसी काम से उठा और छत से नीचे गिर गया। नतीजतन उसकी मौत हो गई। दूसरी तरफ मनीराम के लड़के दीपक ने पुलिस को तहरीर देकर पंप के मैनेजर और अन्य कर्मचारियों पर हत्या का आरोप लगाया है। वह बगल के गांव का रहने वाला था।
हांलाकि पंप कर्मी हत्या की घटना से इंकार कर रहे हैं, लेकिन सवाल यह है कि मनीराम छत से गिरने के बाद घायल अवस्था में चीखा चिल्लाया जरूर होगा। ऐसे में किसी कर्मचारी की नींद क्यों नहीं टूटी?
मृतक के परिजनों का कहना है कि पंप मैनेजर और कर्मी मनीराम से खुन्नस रखते थे। उन्होंने ही साजिश रच कर मनीराम की हत्या की। मनीराम वहां दस सालों से काम करता था।
दूसरी तरफ थानाध्यक्ष राकेश प्रताप सिंह का कहना है कि उन्हें घटना की तहरीर मिल गई है। वह मामले की जांच के बाद जरूरी कार्रवाई करेंगे। समाचार लिखे जाने तक लाश को पीएम के लिए भेजा जा रहा था।