Breaking news– मायावती ने हार का ठीकरा नसीमुददीन सिद्दीकी के सर फोड़ा, सभी पदों से हटाया
एस. दीक्षित
लखनऊ। विधान सभा चुनावो में करारी हार का ठीकरा बसपा सुप्रीमो मायावती ने आखिर नसीमुद्दीन सिद्दीकी पर फोड़ दिया। बुधवार को पार्टी की समीक्षा बैठक में जब मायावती ने नसीमुद्दीन को मध्य प्रदेश का प्रभारी घोषित किया था, उसी वक्त से यह बात तय हो गयी थी कि, माया इस ताजा हार के लिए नसीमुद्दीन को ही जिम्मेदार मान रही है। गुरुवार को आखिरकार मायावती ने नसीमुद्दीन को पार्टी के सभी पदों से हटा भी दिया। मायावती ने नसीमुद्दीन से टिकट वितरण के अधिकार भी चीन लिए हैं और उन्हें अन्य सभी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों से अलग कर दिया है।
नसीमुद्दीन की जगह लाए गए अशोक सिद्धार्थ
बीएसपी के कद्दावर नेता और राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी से लखनऊ और कानपुर का चार्ज वापस लेकर मायावती ने हाल में राज्यसभा सदस्य बने अशोक सिद्धार्थ को जिम्मेदारी दे दी है। उनका मानना है कि नये हालात में अशोक सिद्धार्थ अधिक प्रभावी साबित होंगे।
मंडलवार दायित्वों का बंटवारा
बीएसपी ने नसीमुद्दीन को कोई ठोस जिम्मेदारी न देकर पिछड़ों को जोड़ने के लिए तैयार नए प्लान में आरएस कुशवाहा, प्रताप सिंह बघेल, बिजेंद्र चौहान और सुरेश कश्यप को प्रदेश का महासचिव नियुक्त किया. इन सबको मंडलवार दायित्व सौंपा गया है।
उत्तराखंड का काम भी देखेंगे नसीमुद्दीन
पश्चिमी यूपी के साथ अब उत्तराखंड का काम भी नसीमुद्दीन देखेंगे. मायावती ने संगठन में बदलाव करते हुए उन्हें आगरा और अलीगढ़ मंडल के सुरक्षित सीटों की जिम्मेदारी भी दी है.
अतर सिंह राव का कद बढ़ा
बीएसपी में मुरादाबाद का काम देख रहे अतर सिंह राव का कद बढ़ाते हुए उनको मेरठ और अलीगढ़ की जिम्मेदारी सौंपी गई है. आगरा और अलीगढ़ मंडल का काम देख रहे जोनल कोऑर्डिनेटर सुनील चितौड़ से अलीगढ़ की जिम्मेदारी ले ली गई है.
हरेक जिलाध्यक्ष के साथ होंगे कोऑर्डिनेटर
बीएसपी की तरफ से जिलों में जिलाध्यक्षों का भार कम करने के लिए अब हरेक जिलाध्यक्ष के साथ एक कोऑर्डिनेटर को रखा जाएगा. जिलों में संगठन को मजबूत करने के लिए मंडल कोऑर्डिनेटरों को मॉनीटरिंग करने के लिए कहा गया है.
11:44 PM
Mai chunaw ke pahle hi kah taha tha ye to bahut bad m hua