पत्रकार को बंधक बनाने व राष्ट्र विरोधी करार देने पर भड़के मीडियाकर्मी, ज्ञापन देकर आला अफसरों को चेताया
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। जिले में पत्रकार उत्पीड़न की घटनाएं रुक नहीं पा रही है। वर्दी का रौब झाड़ते हुए दारोगा ने बुधवार को त्रिलोकपुर थाने में घंटो हिरासत में रखा। एसओ ने पत्रकार को राष्ट्र विरोधी तक करार दे दिया। इससे जिले के मीडिया जगत में बहुत आक्रोश है। हालांकि डी.एम. और एस.पी. ने दोषी के खिलाफ कारवाई का भरोसा दिया है, मगर पत्रकारों ने भी कार्रवाई नहीं होने पर आर पार की लड़ाई की मंशा जता दी है।
प्रेस क्लब ने गुरुवार को जिलाधिकारी सुरेन्द्र कुमार और एसपी अजय कुमार को ज्ञापन देकर बताया कि बुधवार को त्रिलोकपुर थाने का विजुअल बना रहे पत्रकार राशिद का प्रेस कार्ड दारोगा विजय दुबे ने ले लिया और फिर घंटो हिरासत में बिठाये रखा।
यही नहीं इस विषय पर थानाध्यक्ष ओम प्रकाश चौबे से बात हुई तो उन्होंने मीडियाकर्मी राशिद सिदृदीकी को ही राष्ट्र विरोधी करार देते हुए मीडियाकर्मी को ही सुरक्षा के लिए खतरा बता दिया। ज्ञापन पर दोनों अफसरों ने अफसोस जताया और कार्रवाई की बात कही।
पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी ने प्रकरण पर खेद जताया और मामले की जांच करा कर दारोगा के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा। पत्रकारों ने भी मंशा साफ कर दी कि पूर्व की घटनाओं की तरह इस बार कार्रवाई से कम पर वह मानने वाले नहीं हैं।
ज्ञापन देने वालों में प्रेस क्लब के अध्यक्ष संतोष श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष इरशाद सिदृदीकी, महामंत्री अंकित श्रीवास्तव सहित पदाधिकारी प्रदीप वर्मा, अमित श्रीवास्तव, हरपाल भाटिया, सलमान आमिर, सिंहेश ठाकुर, विक्रांत श्रीवास्तव, राषिद फारूकी, राकेश यादव, कैलाश द्धिवेदी परवेज खान, धर्मवीर गुप्ता अमित श्रीवास्तव, इन्द्रमणि पांडेय, के.एच. फारूकी आदि शामिल रहे।
कार्रवाई न हुई तो आंदोलन
इसी आशय का एक ज्ञापन उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ के अध्यक्ष वेद प्रकाश राहुल के नेतत्व में भी दिया गया है। ज्ञापन में चेतावनी दी गई है कि अगर 24 घंटे के भीतर तीनों दोषी पुलिस कर्मी पर कार्रवाई नहीं हुई तो युनियन आंदोलन करेगी।
ज्ञापन पर महामंत्री इकबाल अहमद, सहित अब्दुल कयूम, एमपी सिंह, रधुनंदन सिंह, ओमैर सिदृदीकी, अब्दुर्रहीम खान आदि के हस्ताक्षर रहे।
6:44 PM
मुस्लिम नाम ही राष्ट्रविरोधी का है