बीस साल की नीतू ने बदल दिया गांव की खेती किसानी की तस्वीर, सीएम ने इनाम से नवाजा

December 12, 2015 8:42 AM0 commentsViews: 1266
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नजीर मलिक

बसावनपुर गांव की महिला किसानों को आधुनिक खेती के गुर सिखाती नीतू सिंह

बसावनपुर गांव की महिला किसानों को आधुनिक खेती के गुर सिखाती नीतू सिंह

किसानों को वैज्ञानिक खेती सिखाने का जो काम कार्यालयों में बैठे कृषि वैज्ञानिक नही कर पा रहे हैं, वह काम सिद्धार्थनगर की बीस वर्षीय नीतू सिंह ने कर दिखाया है। नीतू की इस कोशिश को संज्ञान मे लेते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उसे राजधानी मे सम्मानित भी किया है।

जिला मुख्यालय से 15 किमी दूर कूरा नदी के तट पर बसे गांव बसावनपुर में कृषि क्रांति इसी गांव की रहने वाली बीस वर्षीय नीतू सिंह की वजह से आयी है। पिता के नही रहने के कारण स्वावलंबी बनी नीतू ने पहले खुद वैज्ञानिक खेती को अपनाया और बाद में उसने पूरे गांव में नई खेती के प्रति लोगों में आकर्षण पैदा किया।

किसान परिवार मे जन्म लेने वाली नीतू सिंह ने किसानो के दर्द को बहुत करीब से देखा है। शायद इसी लिए नीतू सिंह ने किसानों की दशा बदलने के लिए कुछ अलग करने की ठानी। नीतू ने अपनी बहन के साथ मिलकर गांव के लोगों विशेष कर महिलाओं से संपर्क कर उन्हे वैज्ञानिक खेती की ट्रेनिंग देना शुरू किया।

नीतू सिंह को इस काम को लेकर शुरू में लोगों का भरोसा जीतने के लिए बहुत मेहनत करनी पडी। उसने लोगो को खेतों मे श्री विधि से धान और जीरो टिलेज,से गेंहूं की खेती करने की सलाह दी। लोगों का भरोसा जीतने के लिए उसने यह प्रयोग पहले अपने और कुछ खास लोगों के खेतो मे किया। इस विधि से खेती करने पर जब अच्छा परिणाम गांव के किसानों को दिखा, तो किसान नीतू की बात मानकर इस विधि को अपनाने को तैयार हो गये।

देखते देखते छोटी उम्र की नीतू गांव के लोगो के लिए नीतू दीदी बन गयी। और सभी बिना किसी हिचकिचाहट के उसकी बात मानने लगे। इस बार जबकि पूरे जिले में सूखे की वजह से धान की पैदावार बहुत कम हुयी है, नीतू के गांव के लोगों ने दोगुना धान पैदा कर रिकार्ड कायम किया है। आज नीतू के गांव के लोग बहुत खुश है।

छोटी सी उम्र मे नीतू सिंह के खेती के इस क्रांतिकारी बदलाव की खबर के बाद सूबे के मुखिया अखिलेश यादव ने उसे दो दिसम्बर को लखनऊ में सम्मानित किया है। सीएम से सम्मानित होने के बाद नीतू बहुत उत्साहित है। वह कहती है कि वह इस क्रांति को आस पास के गांवों तक पहुंचाने का काम करेगी।

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