दस साल पहले गायब सई मोहम्मद पाकिस्तान में देखा गया, वापसी में लगे घर वाले
––– 25 साल पाकिस्तानी जेल में बिताने के बाद दयाराम वापस लौटा था सिद्धार्थनगर
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। जिले के बिहरी गांव का मोहम्मद सई दस साल पहले गायब हुआ था। अब वह पाकिस्तान में देखा गया है। उसके परिवार के लोग सई को वापस लाने के लिए हर दरवाजा खटखटा रहे हैं, मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उनकी सारी उम्मीदें अब विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर टिकी हैं। क्या सुषमा जी इस बारे में कोई कदम उठायेंगी, यह एक अहम सवाल है।
कौन है मुहम्मद सई
सत्तर साल का मो. सई जिले की सदर तहसील के बिहरी गांव का रहने वाला है। सई दिमागी रूप से थोड़ा कमजोर था। वह ९ साल पहले घर से समान खरीदने निकला था, फिर वापस नहीं लौटा। उसके परिजनों ने उसकी बहुत खोज की और थक हर कर सब्र कर बैठे गये। लोगों ने यह माना की उसके साथ काई हादसा हो गया होगा।
कैसे हुआ खुलासा
बिहरी गांव की एक लड़की यू ट्यूब पर पाकिस्तान के एक टीवी प्रोग्राम अल मक्का सर्च कर रही थी। इसमें दुनियां भर के मजबूर लोगों की जानकारी दी जाती है। और लोगों से मदद की जाती है। कार्यक्रम के दौरान अचानक उसे स्क्रीन पर एक बुजुर्ग चेहरा दिखा। इसके बारे में एंकर बता रहा था कि यह आदमी भटक रहा है। इसे मदद की सख्त जरूरत है।
वह लड़की बुजुर्ग की तस्वीर देख कर चौंक गई। यह तस्वीर तो उसके गांव के मो. सई की थी। पूरी तरफ से परखने के बाद उसने गांव वालों को यू ट्यूब का वह कार्यक्रम दिखाया। गांव वालों समेंत सई की पत्नी शम्सुनिनशां ने भी माना कि ये उसके पति मोहम्मद सई ही हैं। उसके बेटे अब्दुल रहमान व प्रधान शफीक ने उसके मो. सई होने की पुष्टि की।
सई के पाकिस्तान में होने की बात की जानकारी के बाद उसकी पत्नी और बेटे ने भाग दौड़ शुरू की। इसने एडीएम सिद्धार्थनगर से मुलाकात की। भारत और पाक दूतावासों को पत्र भी लिखा लेकिन कहींसे मदद नहीं मिली। इसके बाद उसने यूपी के सीएम योगी आदित्स नाथ, पीएम नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री को पत्र लिख कर उसे भारत लाने की मांग की है।
क्या वह व्यक्ति मो सई ही है?
क्या पाकिस्तान में भटक रहा व्यक्ति मो. सई ही है। इस बारे में सवाल करने पर सई की पत्नी शमसुन्निशां ने दस साल पहले की पति की फोटो दिखाई जो हूबहू उस पाकिस्तानी से मिलता है। उसने कहा कि एक औरत अपने शौहर को पहचानने की गलती कभी नहीं कर सकती। उसके बेटे अब्दुल रहमान और ग्राम प्रधान शफीक ने भी उसकी पुष्टि की।
क्या सई लौट सकेगा?
अब सवाल है कि पाकिस्तान में भटक रहा व्यक्ति सई ही है तो क्या वह लौट सकेगा। इस बारे में गांव वालों का कहना है कि उसे सुषमा स्वाराज से बहुत उम्मीदें है। उन्होंने विदेशों में रहने वाले परेशान भारतीयों की बहुत मदद की है। बस शंका यही है कि वह गरीब आदमी है, इसलिए मदद को लेकर थोड़ी शंका बनी हुई है।
दयाराम की वापसी भी २५साल बाद हुई थी
बताते चलें कि सिद्धार्थनगर के जगदीशपुर राजा गांव कर दयाराम भी कम दिमागी के चलते पाकिस्तान पहुंच गया था। वह पचीस साल जेल में रह कर दस साल पहले सिद्धार्थनगर लौटा था। उसके आने के बाद ही मो सई गायब हुआ। अब उसकी वापसी को लेकर कयासबाजी शुरू है।