भाष्कर ट्राफीः मुम्बई में किया जनपद के लाल ने कमाल, किक्रेट में जीता ‘सामना वीर’ पुरस्कार
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। प्रतिभाएं किसी की मोहताज नहीं होती है। यह बात जनपद मुख्यालय के सरोजनी नगर के रहने वाले सौरभ गिरी ने एक बार फिर साबित कर दिया है। सौरभ को किक्रेट में उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए सामना वीर पुरस्कार से नवाजा गया है। मुम्बई का यह पुरस्कार प्राप्त करने के बाद सौरभ को बधाईयों का तांता लगा हुआ है। लोग सौरभ के रूप में सचिन तेन्दुलकर का अख्स देख रहे है और कह रहे हैं कि आने वाले दिन सौरभ अपने प्रदर्शन से देश का नाम जरूर रोशन करेंगे।
सौरभ जनपद के वरिष्ठ पत्रकार डा. एम.पी.गोस्वामी के पौत्र है उनकी शुरूआती शिक्षा यहीं से हुई थी। उसके बाद वह अपने पिता श्रवण गिरी के साथ मुम्बई चले गये। श्री श्रवण एक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत है। सौरभ का शुरू से ही क्रिके्ट के प्रति रूझान था और वह युनाइटेड किक्रेट संघ से जुड़ गये। अभी हाल में ही उसने भास्कर ट्राफी के दौरान बेहतरीन प्रदर्शन किया। इसी प्रदर्शन के चलते इस प्रतियोगिता में उसने सर्वश्रेष्ठ प्लेयर का खिताब जीता और अपनी टीम को भास्कर ट्राफी का विजेता भी बना दिया। इससे पूर्व सौरभ ने कई बार मैन आफ दा टूर्नामेंट का पुरस्कार भी हासिल कर चुका है।
सामना वीर पुरस्कार की घोषणा होते ही सौरभ का परिवार खुशी से झूमने लगा। जनपद मुख्यालय स्थित उसके नाना के घर पर भी खुशी का माहौल बन गया। नाना एम.पी. गोस्वामी ने बताया कि सौरभ शुरू से ही किक्रेट के प्रति समर्पित रहा। उसके रूझान को देखकर ही उसके परिवार ने उसका हर कदम पर साथ दिया। जिसका नतीजा आज सामने आ गया है।