सिद्धार्थनगर में चंद रुपयों के लिए एक जुआरी की हत्या और सात को घायल कर फरार हो गये बदमाश
नजीर मलिक
जिला मुख्यालय जुआ खेल रहे व्यक्तियों पर बदमाशों के गिरोह ने हमला कर एक जुआरी को मार डाला और सात को घायल कर फरार हो गये। घटना गुरुवार रात नौ बजे की है। लूट की घटना में बदमाशों के हाथ बमुश्किल पांच हजार रुपये ही लगे। शहर में हुई इस वारदात से लोग दहशत में आ गये हैं। पुलिस ने संदेह के आधार पर दो लोगों को हिरासत में लिया है।
सिद्धार्थनगर हेडक्वार्टर के भीमापार रेलवे क्रासिंग के निकट एक पोखरे के पास भीमापार गांव के आठ व्यक्ति जुआ खेल रहे थे। दीवली मनाने के लिए खेले जा रहे इस जुए में बहुत छोटी रकम दांव पर थी। अनुमान है कि घटना को अंजाम देने वाले बदमाश बावरिया गिरोह के थे, या उस जैसे गिरोह से ताल्लुक रखते थे।
घायलों के मुताबिक रात लगभग 9 बजे तकरीबन एक दर्जन बदमाशों का दल वहां आया और उन सबसे बातचीत करने लगा। लोगों ने उन्हें पुलिस का आदमी समझा। इस बीच बदमाशों ने जुए की रकम को छीनने का काम शुरू किया। इस पर लोगों ने प्रतिरोघ किया।
बताते हैं कि विरोध करने पर बदमाशों ने जुआ खेलने वालों की लाठियों और डंडों से पिटाई शुरू कर दी। इस दौरान रामदास समेत वामदेव, दिनेश, भोलानाथ, प्रकाश उतारू, रामू और अशोक घायल होकर बेहोश हो गये। इसके बाद बदमाशों ने सभी के मोबाइल सेट, रुपये व एक व्यक्ति के गले से सोने की चेन लेकर फरार हो गये।
होश आने पर घायलों की चीख पुकार सुन कर आस पास के लोग वहां पहुंचे और सभी को जिला अस्पताल लेकर भागे। मगर रास्ते में ही 45 साल के रामदास लोधी उर्फ मुखिया की मौत हो गई। शेष घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
बताया जाता है कि थानाध्यक्ष शिवाकांत मिश्र ने रात में मौके का मुआयना किया। संदेह के आधार पर उन्होंने पडोस के गांव के दो बंजारों को हिरासत में ले लिया। हालांकि ग्रामीण इसे किसी बाहरी गिरोह की कार्रवाई बता रहे हैं
समाचार लिखे जाने तक रामदास की लाश को पास्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था और सिद्धार्थनगर पुलिस मुकदमा लिखने की तैयारी कर रही थी। इस घटना से जिला मुख्यालय सहित आस पास के इलाकों में बहुत दहशत है। समाचार लिखे जाने तक पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई थी।