नगर निकाय चुनावों में विधायक/सांसद आदि के करीबियों को टिकट नहीं देगी भाजपा
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। क्षेत्रीय अध्यक्ष व एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि नगर निकाय चुनाव में कार्यकर्ताओं को ही टिकट दिया जाएगा। यह पार्टी का शीर्ष नेतृत्व तय कर चुका है। सांसद व विधायकों के सगे-संबंधियों को टिकट नहीं मिलेगा। उत्तर प्रदेश में भाजपा का अपना बड़ा व मजबूत संगठन है। गोरखपुर नगर निगम सहित सभी नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के चुनाव में भाजपा अपने खांटी कार्यकर्ताओं को ही टिकट देगी। इसका खाका पार्टी नेतृत्व ने तैयार कर लिया है। हर जिले/क्षेत्र से कर्मठ कार्यकर्ताओं की सूची भी तैयार कराई जा रही है।
पार्टी नेताओं का कहना है कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव होंगे। इसमें टिकट देकर कार्यकर्ताओं में जोश भरा जाएगा। उत्तर प्रदेश में नगर निकायों का कार्यकाल नवंबर में खत्म पूरा होगा। नगर निगम, नगर पालिका परिषद और नगर पंचायतों का नए सिरे से परिसीमन कराया जा रहा है। इससे वार्डों की संख्या बढ़ सकती है।
परिसीमन का काम समय से पूरा हुआ तो दिसंबर में चुनाव कराए जा सकते हैं। इसकी तैयारी में भाजपा की क्षेत्रीय, जिला व महानगर इकाइयां जुटी हैं। गोरखपुर की क्षेत्रीय इकाई ने 103 नगर पंचायतों, 17 नगर पालिका परिषद और एक नगर निगम के लिए चुनाव की रणनीति बनाई ली है। हर जिले से संभावित दावेदारों की सूची भी मंगवाई जा रही है। इस काम में जिलाध्यक्ष व महानगर अध्यक्ष लगाए गए हैं।
क्षेत्रीय अध्यक्ष व एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि नगर निकाय चुनाव में कार्यकर्ताओं को ही टिकट दिया जाएगा। यह पार्टी का शीर्ष नेतृत्व तय कर चुका है। सांसद व विधायकों के सगे-संबंधियों को टिकट नहीं मिलेगा। उत्तर प्रदेश में भाजपा का अपना बड़ा व मजबूत संगठन है। मेयर, चेयरमैन और नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव दमदारी से लड़ा जाएगा। हर वार्ड से प्रत्याशी उतारे जाएंगे। ज्यादा से ज्यादा सदस्यों के साथ नगर निकायों में मजबूत सरकार बनाई जाएगी।