झमाझम बारिश ने शहर की सफाई व्यवस्था की खोली पोल, कई सड़कों पर घुटनों भर पानी
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। मानसून सीजन के बाद हुई झमाझम बारिश शहर की सफाई व्यवस्था को आईना दिखा रही है। तीन दिन में करीब 150 मिमी बारिश से शहर की नालियां ओवर फ्लो हो गईं और पानी घरों में पहुंच गया है। हाइडिल तिराहे से तेतरी बाजार जाने वाली शहर की मुख्य सड़क के किनारे बने सरकारी दफ्तरों और खजुरिया मार्ग से पानी निकालने के लिए लगातार पंपसेट चल रहे हैं, लेकिन शुक्रवार शाम तक जलनिकासी नहीं हो सकी थी।
दो दिन लगातार बारिश के बाद बृहस्पतिवार शाम से बारिश बंद थी, जो शुक्रवार दोपहर से फिर से शुरू हो गई। इससे शहर का भीमापार, सिसहनिया, शास्त्रीनगर, शिवपुरी कॉलोनी, वन विभाग कॉलोनी, जगदीशपुर, आजाद नगर समेत कई मोहल्लों के लोग सड़क पर जलभराव परेशान हैं। बारिश बंद होने के बाद खाली हो चुके खजुरिया रोड पर शुक्रवार को दो घंटे बारिश से फिर जलभराव हो गया।
इससे पैदल, साइकिल एवं बाइक सवार राहगीरों को सांसत झेलनी पड़ रही है। कांशीराम आवास जाने वाला मार्ग, दतरंगवा मार्ग, थरौली मार्ग बारिश के पानी से डूबे नजर आ रहे हैं। संयुक्त जिला अस्पताल परिसर के साथ इमरजेंसी वार्ड में भी पानी बहने लगा है। शुक्रवार को हालत यह रही कि दोपहर बाद अचानक शुरू हुई तेज बारिश से सड़क पर निकलना मुश्किल रहा। किसी कार्य से घर से बाहर निकले लोग बारिश के कारण जहां थे, वहीं बहुत देर तक ठहरे रहे।
सीजन बीतने के बाद हुई मूसलाधार बारिश से नालियां जवाब दे गईं। कई मोहल्ले की सड़कों पर जलभराव हो गया है। लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पानी भरी सड़क से गुजर रहे बाइक सवार गिरकर चोटिल हो रहे हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, 30 सितंबर को मानसून सीजन समाप्त हो गया है। इस दौरान अल्प वर्षा के कारण सड़क पर धूल उड़ती रही। पूरे मानसून सीजन में 604.8 मिमी बारिश हुई थी, जो औसत बारिश से 42 प्रतिशत कम थी। राज्य कृषि मौसम केंद्र, लखनऊ के प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि शुक्रवार सुबह 41.1 मिमी बारिश हुई थी, जबकि दिन में भी अच्छी बारिश हुई। लो प्रेशर के कारण शनिवार को भी बारिश का पूर्वानुमान है।
सरकारी दफ्तरों में पानी भरा जाने से कर्मचारियों एवं आने-जाने वालों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। शहर के पीडब्लूडी प्रांतीय खंड कार्यालय परिसर में पानी भरने के साथ ही गेट पर ताला बंद नजर आया। वहीं ड्रेनेज खंड सिंचाई और वन विभाग कार्यालय में जलभराव से लोग सांसत झेलते नजर आए। इन कार्यालयों के परिसर से कर्मचारी बृहस्पतिवार रात एवं शुक्रवार दिन में भी पंपसेट से पानी निकालने में जुटे रहे।
पंपसेट से पानी गिरने से टूट रही सड़क
वन विभाग परिसर से पंपसेट से पानी निकालकर सड़क पर गिराया जा रहा है। इससे सड़क पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। स्थानीय निवासी गणेश, दीनानाथ, मिठाईलाल व अरविंद त्रिपाठी का कहना है कि पंपसेट से पानी गिरने से सड़क क्षतिग्रस्त हो रही है, साथ ही जलभराव होने से सड़क से गुजरना मुश्किल हो गया है।