वर्तमान चेयरमैन को टिकट न मिलने का संकेत दे गए क्षेत्रीय अध्यक्ष
नपा चेयरमैन के स्वागत कैम्प पर नहीं रुके भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष और न ही पार्टी मीटिंग में जा सके नगर पालिका चेयरमैन
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर नगर पालिका सिद्धार्थनगर का चुनाव जीतने के बावजूद मौजूदा नगर पालिका चेयरमैन श्याम बिहारी जायसवाल के इस बार पुनः सत्ताधारी पार्टी के उम्मीदार बनने की आशाएं समाप्त होने लगी हैं। गत दिवस सिद्धार्थनर के दौरे पर आये भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष के प्रथम आगमन पर वर्तमान चेयरमैन जिस प्रकार उपेक्षित किये गये उससे यह बात स्पष्ट हो गई है कि अब पार्टी से उनका कोई नाता नहीं रह गया है। जब उम्मीदवार का पार्टी से नाता ही टूट जाऐगा तो जाहिर है कि वह टिकट से भी वंचित कर दिया जायेगा।
बताया जाता है कि वर्तमान नगर पालिका चेयरमैन श्याम बिहारी जायसवाल गत चुनाव भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुने गये। परन्तु कालान्तर में आपसी कलह इतनी बढ़ी कि पार्टी ने उनसे थक हार कर मुंह मोड़ लिया और अन्ततः भाजपा जिलाध्यक्ष गोबिंद माधव को घोषणा करनी पड़ी की श्याम बिहारी जायसवाल भाजपा में नहीं रह गये हैं। मगर भाजपा के एक विधायक द्वारा नगर पालिका अध्यक्ष का जम कर समर्थन करते रहने के बावजूद लागों में यह संशय बना रहा कि नगर पालिका अध्यक्ष अभी भी भाजपा में बने हुए हैं।
परन्तु मंगलवार को जब भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह जब सिद्धार्थनगर दौरे पर आये तो संगठन के बड़े पदाधिकारी होने के कारण सिद्धार्थनगर नगर पालिका के टिकट के सभी दावेदारों ने उनके स्वागत के लिए अपनी अपनी पसंदीदा जगहों पर स्वागत समारोह की तैयारियां कर रखी। उसका बाजार में हेमंत जायसवाल, पकड़ी चौराहे पर इटवा नगर पंचायत के कुलदीप द्विवेदी और सिद्धार्थनगर नगर पालिका के राकेश दत्त त्रिपाठी का कैम्प लगा था तो कलक्ट्रेट गेट पर भावी उम्मीदवार राजू सिंह ने शानदार और भयंकर भीड़ के साथ तैयारी कर रखा था। नगर के मुख्य चौराहे पर भाजपा नेता व नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष एस पी अग्रवाल ने भी शानदार कार्यक्रम का आयोजन कर रखा था।
क्षेत्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह सभी स्थानों पर रुके मगर उनका जब वर्तमान अध्यक्ष श्याम बिहारी जायसवाल के समारोह स्थल के सामने से गुज़रा तो क्षेत्रीय अध्यक्ष वहां नहीं रुके। क्षेत्रीय अध्यक्ष के वाहन पर सांसद जगदम्बिका पाल भी सवार थे मगर उन्होंने भी रुकने के लिए कोई संकेत नहीं किया। इससे लोगो मे यह संदेश साफ गया कि पार्टी का जिला संगठन वर्तमान निकाय अध्यक्ष को पार्टी का ही नहीं मान रहा है और उन्हें टिकट देने के खिलाफ है।
इसीलिए ही क्षेत्रीय अध्यक्ष को वहां न रुकने के लिए समझा कर राज़ी किया गया। इसलिए माना ये जा रहा है कि अब टिकट की असली होड़ पूर्व अध्यक्ष एस पी अग्रवाल, राजू सिंह व राकेश दत्त त्रिपाठी के बीच है। लेकिन जातीय समीकरण के हिसाब से एस पी अग्रवाल कुछ मज़बूत दिखते हैं। उसके बाद राजू सिंह, राकेश दत्त व अन्य लोगो का नंबर आता है।