यूपी सिंह के निधन से डुमरियगंज तहसील में शोक का माहौल, गरीबों के लिए छोड़ा था सरकारी नौकरी
नजीर मलिक
डुमरियागंज, सिद्धार्थनगर। आज के डाक्अर वर्ग के आदर्श और भीष्म पितामह कहे जाने वाले डुमरियागंज के प्रसिद्ध चिकित्सक डा. यूपी सिंह का कल सुबह लखनऊ के एक अस्पताल में निधन हो गया। वे नब्बे वर्ष के थे और इधर एक माह से बीमार चल रहे थे। निधन से पूर्व वे चिकित्सा कार्य में लगे रहे। उनके निधान की खबर से उुमरियागंज तहसील क्षेत्र में शेक व्यापत हैं। वे अपने पीछे तीन पु़त्र और एक पुत्री छोड़ गये हैं।
बताया जाता है कि गत एक माह पूर्व वे ह्दय रोग की बीमारी से ग्रसित थे। फिर उन्हें किडनी का रोग भी लगा, उसके बाद उन्हें लखनऊ में भरती कराया गया, जहां उन्होंने कल पूर्वान्ह अंतिम सांस ली। उसी दिन उनके शव का अयोध्या लाया गया जहां उनका अंतिम अंमि संसकार किया गया। वे मूलता बलिया जिले के रसड़ा तहसील के बनियाबाग के रहने वाले थे, उनकी पहली ज्वाइनिंग डुमरियागंज में हुई थी। मगर कुछ साल बाद वे नौकरी छोड़ कर वहीं बस बस गये थे।
क्यों छोड़ा था सरकारी नौकरी?
डा. यूपी सिंह के सरकारी सेवा छोड़ कर डुमरियागंज में बसने की कहानी बहुत प्रेरक और राचक है। डा. यूपी सिंह की तैनाती डुमरियागंज में सन ६२ के आस पास हुई थी। अपनी मेहनत और मरीजों के प्रति इ्रमानदारी और लगाव के कारण वे पूरी तहसील में बहुत लोकप्रिय थे। लेकिन उन्हें एक बात सदा सालती थी कि तब असपतालों में मदवाओं व अन्य सुविधाओं का अभाव था। लिहाजा उन्होंने सरकारी सेवा छोड़ निजी प्रैक्टिस करने का विचार किया।
उनके विचार को आगे बढ़ाया पूर्व मंत्री कमाल यूसफ के परिवार ने। यह परिवार डा. साहब के अति निकट था। मलिक परिवार ने डा. यूपी सिंह को डुमरियागंज में अपना नवनिर्मित मकान दिया और वे लगभग न के बराबर लाभ पर वे जनता की सेवा करने लगे। फिर तो वे इस ग्रामीण क्षेत्र एके मसीहा माने जाने लगे। किसी मरीज के पास पैसा हा न हो, मगर इलाज जरूर होता था।
इसकी जानकरी देते हुए प्रगतिशील समाजवादी के प्रवकता और मलिक कमाल यूसुफ के पुत्र मलिक इरफान बताते है कि उसके बाद से लगभग सन७२़-७३ तक वह वहीं रहे। बाद में अपना आलीशान मकान बनवाया। उनके निधान पर पूर्वमंत्री कमाल युसुफ ने उनके निधन को अपनी व्यक्तिगत क्षति की संज्ञा दी है। इसके अलावा क्षेत्र के विधायक राधवेन्द्र सिंह,प्रसपा नेता इरफान मलिक, समाज सेवी पप्पू मलिक, सरदार जिम्पी भाटिया आदि ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।