समाज व परिवार से वहिष्कृत नशेड़ियों को पुनर्स्थापित करता है नशा मुक्ति केंद्र- दुर्गेश सिंह “चंचल”
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। किसी भी प्रकार का नशा करने वालों को परिवार के लोग हेय दृस्टि से देखते है। धीरे धीरे समाज द्वारा भी नशेड़ियों को वहिष्कृत कर दिया जाता है। उन्हें समाज व परिवार में शुद्धिकरण नशा मुक्ति केंद्र पुनर्स्थापित करने का कार्य करता है। इसमें कुछ महीने का समय लगता है और जरूरत के हिसाब से हम डाक्टर्स की राय और जरूरी दवाओं का भी प्रयोग करने के आलावा उन्हें विभिन्न प्रकार के खेल, योग आदि भी कराया जाता है।
उक्त बातें शुद्धिकरण नशा मुक्ति केंद्र के डायरेक्टर दुर्गेश सिंह “चंचल” ने कपिलवास्तु पोस्ट से हुई वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि नशे की लत अधिकतर युवाओं में गलत संघत में पड़ जाने के कारण तेजी से फैल रहा है। जिसके कारण उन्हें परिवार व समाज में हेय दृस्टि से देखा जाता है। परिवार के जिम्मेदारों को चाहिए कि अपने घर के बच्चों पर कड़ी नजर रखें और मिलने जुलने वालों के खान पान रहन सहन के बारे में बारीकी से पता करते रहे।
श्री चंचल ने कहा कि हमारा ध्येय है खासकर पूर्वांचल के युवा नशे की लत से दूर रहे। यादी किसी कारण बस वह नशे से निजात नहीं पा रहे है तो इसके लिए गोरखरपुर में शुद्धिकारण नशा मुक्ति केंद्र के तीन ब्रांच चल रहे हैं। जिसमें कुछ महीनों में ही हम युवाओं को नशा मुक्त करते है और उन्हें उनके परिवार और समाज में पुनर्स्थापित करते हैं जहाँ वह सर उठाके चल सकें।