पटाखे की दुकान में आग से दो मरे, हजारों एकड़ फसल जली, हर तरफ मची चीख पुकार, नहीं थम रहा आग का कहर
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। जिले में आज आग के चलते उस्का ब्लाक में दो सगे भाइयों की मौत हो गई।, जबकि एक युवक मरने के कगार पर है। इसके अलावा एक हजार बीघा फसल जल कर राख हो गईं। पीड़ितों की मदद में सरकारी नियम बाधा है। सीएम अखिलेश जी इस नियम को बदल कर ही असली समाजवाद ला सकते हैं।
बताया जाता है कि उस्का बाजार टाउन निवासी समीउल्लाह की टाउन के बाहर बने पेट्रोल पंप के सामने पटाखे की दुकान थी। आज दुकान मे पटाखा बनाने का काम चल रहा था। अचानक दोपहर विस्फोट हुआ और दुकान जलने लगी। जिससे क्षेत्र में दहशत फैल गई। लोग जान बचाने के लिए इधर उधर भागने लगे।
बताते हैं कि धमाके क साथ ही 16 साल के हामिद की मौके पर मौत हो गई। उसके बड़े भाई और घायल शाहिद को फौरन इलाज के लिए गोरखपुर भेजा गया, मगर उसने रास्ते में तोड़ दिया। जबकि तीसरा घायल सलमान जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। खैरियत रही की आगे पेट्रोल पंप तक नहीं पहुंची, वरना बहुत बड़ी घटना हो सकती थी।
आग ही आग, हजारों बीघा खेत जले
सोमवार को भी आगलगी का दिन रहा। तकरीबन एक दर्जन मामलों में सैकडों बीघा खेत जल कर खाक हो गये। जिससे हजारों किसान भुखमरी के कगार पर आ गये हैं। सदर तहसील के ग्राम देवरा में आग से 100 बीघा खेत जल कर राख हो गये। थरा थाने के बनगवा प ड़ाइन मे दोपहर को लगी आग सायंकाल तक बुझाई नहीं जा सकी थी। यहां भी तीन सौ बीघा खेत जलने की आशंका है।
इसके अलावा जोगिया और शोहरतगढ़ के ग्राम मेचुका, दोहन, हडकौली, कोउ़र ताल, त्रिलोकनुर थाने के मछली गांव, कुर्सीडीहा, नावडीह आदि गांवों में आग से एक हजार बीधा फसल जल गई तकरीबन एक दर्जन मकानों के भी जलने की खबर है।
कंट्रोल रूम बनाया गया
आग से बढ़ी घटनाओं को देख कर प्रशासन ने जिले पर कंट्रोल रूम बनाया है। जिसके इंचार्ज प्रशासनिक अधिकारी ओंकार सिंह होंगे। इसका फोन नम्बर 5544220222 होगा। सूचनाएं इस नम्बर पर दी जा सकती हैं। यह और बात है कि किसान डीएम के नम्बर पर फोन करें तो वह नहीं उठेगा।
अखिलेश जी मुआवजे का कानून बनाइये।
जिले में अब तक 20 हजार बीघा खेत जल चुके हैं। इससे एक लाख व्यक्ति दाने दाने को मुहताज हो गये हैं। लेकिन कानूनन फसल जलने पर किसान को मुआवज का निम नहीं है। लोग कहते हैं कि मुख्यमंत्री अखिलेश जी समाजवादी हैं। इसलिए उन्हें नियम बदल कर खेत जलने पर भी मुआवजे का कानून बनाना चाहिए, ताकि पीड़ित किसानों को राहत मिल सके।
मुआवजे की मांग
आग से जलती फसलों से नुकसान को देख कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अतहर अलीम और युवा बसपा नेता इजहार अहमद झकहिया ने मुख्यमंत्री से मुआवजे की माग की है। दोनों नेताओं का कहना है कि पुराना कानून फौरन बदला जाये और खेत जलने पर पीड़ित किसानों को मुआवजा दिया जाये। इजहार अहमद के मुताबिक उनके गांव सभा में पीड़ित किसान दाने दाने को मुंहताज हो गये हैं।