नेपाल में साम्प्रदायिक तनाव और कर्फ्यू, नेपालगंज बंद होने से बढ़नी सीमा पर वाहनो का दबाव बढ़ा
नेपाल में जल्दी नहीं होती साम्प्रदायिक झड़पें, मगर अब मधेश इलाकों में पहुंच रही नफरत की आग, सभी धर्मों में तेजी से पनप रहे कट्टरपंथी तत्व
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। नेपाल के बांके जिले के नेपालगंज कस्बे में साम्प्रादायिक विवाद के बाद कर्फ्यू लगा देने से काठमाडू जाने के लिए नेपालगंज सीमा को बंद कर दिया गया है। इसलिए अब सिद्धार्थनगर के बढ़नी बार्डर पर वाहनों खास कर सामानों की आपूर्ति करने वाले माल वाहक वाहनों का दबाव बढ़ गया है।नेपाल में अरसे बाद साम्प्रदायिक तनाव की घटना देखी गई है, जिसके कारण पूरे जिले में कफ्यू लगाना पड़ा है। बांके जिला के मुख्य जिलाधिकारी बिपिन आचार्य ने कफर्यू की पुष्टि की है।
बताया जाता है कि बहराइच जनपद के रुपईडीहा सीमा से सटे नेपालगंज क्षेत्र में कफर्यू लगाये जाने के कारण रूपईडीहा सीमा से नेपाल जाने वाले सामान्य वाहनों के साथ ट्रक, टेम्पो आदि माल वाहनो का प्रवेश बंद कर दिया गया है। इस कारण नेपाल में सामानों की आपर्ति करने वाले वाहनों को 110 किमी का चक्कर काट कर सिद्धार्थनगर जिले के बढ़नी सीमा से प्रवेश करना पड़ रहा है। इस कारण बढ़नी सीमा पर ट्रकों की कतार लग गई है तथा कस्टम मार्ग पर अफरा तफरी का माहौल बना गया है।
जिला बांके प्रशासन कार्यालय के अनुसार एक अक्तूबर को सोशल मीडिया पर मुस्लिम समुदाय को लक्ष्य कर लिखे गए स्टेटस को लेकर मुस्लिम समुदाय उग्र हो गया था। इसके बाद दोनों समुदायों की रैली और जवाबी रैली के कारण उत्पन्न स्थिति को देखते हुए कर्फ्यू का आदेश जारी किया गया है।
सूत्र बताते हैं कि मंगलवार को ओंकार परिवार हिंदू समाज की ओर से आयोजित रैली के दौरान विवाद उत्पन्न हो गया और सार्वजनिक संपत्ति की तोडफ़ोड़, पथराव, अव्यवस्थित गतिविधियों और अन्य विरोध प्रदर्शनों के कारण नेपालगंज उप महानगरीय क्षेत्र में आम जनता की सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया। इसलिए नेपालगंज नगर क्षेत्र में कर्फ्यू आदेश जारी किया गया है।
बता दें कि नेपाल में साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाएं आमतौर से देखने को नहीं मिलती है। लेकिन इस बीच वहां विभिन्न धर्मों में कट्टर पंथियों का उदय तेजी से होने लगा है जिसके कारण साम्प्रदायिक घटनाएं तेजी से बढ़ने लगीं है। इससे पूर्व गत दशहरे के पर्व में बढ़नी से सटे नेपाल के कुष्णानगर में भी बड़ी साम्प्रदायिक हिंसा हुई थी।