नेपाल में सुविधा पास बंद, अब भारतीयों को लुम्बिनी जाने के लिए भी देना होगा भंसार
मोटर साइकिल के लिए 90 रुपये और कार के लिए 300 रुपये प्रति वाहन के दर से देना होगा भंसार, कम हो सकते हैं पर्ययटक
निजाम जिलानी
ककरहवा, सिद्धार्थनगर। कोरोना महामारी के बाद भारत नेपाल सीमा पर गाड़ियों की आवागमन शुरू हो गया है। ककरहवा बॉर्डर जो बुद्ध की जन्म स्थली लुम्बिनी को सबसे कम दूरी से जोड़ता है। भारत से बुद्ध के अनुयायी दूर दूर से लुम्बिनी दर्शन के लिए आते है। कोरोना महामारी के पहले नेपाल के लुम्बिनी छोटी भंसार पर नेपाल मे प्रवेश करने के लिए भारतीय पर्यटकों को एक निशुल्क प्रवेश सुविधा लेना होता था जिस सुविधा से लुम्बिनी तक अपने साधन दो पहिया या चार पहिया वाहन लुम्बिनी तक निशुल्क प्रवेश दिया जाता था। लेकिन अब भारतीय पर्यटको के लिए लुम्बिनी तक निशुल्क नेपाल प्रवेश सुविधा नेपाल सरकार ने बंद किया है। जिसका सीधा असर भारतीय पर्यटकों के जेब पर पड़ रहा है।
नये नियम के अनुसार अब लुम्बिनी जाने के लिए किसी भी भारतीय पर्यटक को मोटर साईकिल का नब्बे रुपये और कार का तीन सौ भारतीय रुपये का शुल्क (भंसार) लगा दिया गया है। बता दें कि भारत नेपाल दोनों देशों मे रोटी और बेटी का सम्बन्ध है। ऐसे मे अधिकांश भारतीय नेपाल में अपनी रिश्तेदारियों में आते जाते रहते हैं। सिनिशुल्क आवागमन एकनश्चित दूरी तक ही था। मगर नये नियम के मुताबिक अगर वो नेपाल में कुछ ही दूर तक जाते है तो उन्हें भी सीमा शुल्क देना होगा। ऐसी दशा मे भारतीय पर्यटकों मे भारी कमी आई है।
लुम्बिनी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष गोविन्द ज्ञवाली ने कहा इस सम्बन्ध मे पर्यटन मंत्रालय एवं सम्बंधित अधिकारीयों को पत्राचार किया गया है उम्मीद है की जल्द ही नेपाल सरकार भारतीय पर्यटकों को लुम्बिनी छोटी भंसार कार्यालय पर लुम्बिनी भ्रमण के लिए निशुल्क प्रवेश सुविधा भारत के लोगो के उपलब्ध कराएगी।