नेपाल भेजे जा रहे सवा करोड़ पुराने नोट बरामद,चार गिरफ्तार, सियासत से जुड़े हो सकते हैं तार
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। भारत में प्रचलन से बाहर हो चुके हज़ार पांच सौ के लगभग एक करोड़ 25 लाख के नोट बस्ती पुलिस ने बरामद किया है। ये नोट नेपाल में बदलने के लिए ले जाए जा रहे थे। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आशंका है कि ये नोट किसी बड़े नेता का हो सकता है। बता दं कि दे कि कपिलवस्तु पोस्ट ने हाल ही में विशेष रिपोर्ट फाइल कर शासन को आगाह किया था।
खबर है कि जिला बस्ती मुख्यालय बस्ती के प्लास्टिक काम्प्लेक्स के पास गुरुवार सायं 4 बजे पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर ये धर पकड़ की। सभी अभियुक्त नोटों के साथ एक लक्जरी वाहन में सवार थे। एसपी दिलीप कूमर के मुताबिक बरामद नोटों में 31.73 लाख रुपये हज़ार की नोटों की शक्ल में है, शेष नोट पांच सौ के हैं।
बताते है कि सारे नोट एक फार्च्यूनर गाड़ी में रख कर आज़मगढ़ ज़िली के पूरा कोदई निवासी सत्य प्रकाश, उसी ज़िले के रानी सराय निवासी अवधराज और नेपाल के नेवाल परासी ज़िले के सुस्ता के ज्ञानू राज गिरी व रामग्राम के शिवधर, केदार बस्ती होकर नेपाल जा रहे थे, मगर वे सिद्धार्थनगर में प्रवेश कर पाते, इससे पहले ही बस्ती में ही धर लिये गये।
पुलिस के मुताबिक सभी पकड़े गए लोगों को जेल भेज दिया गया है। और मामले की जांच की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि ये नोट किसी राजनीतिक व्यक्ति के हो सकते हैं। ये भी आशंका है कि ये नोट किसी उद्योग पति के भी हो सकते हैं। आज़मगढ़ में तमाम बड़े कारोबारी मुंबई में कारोबार करते हैं। फिलहाल बरामद रुपया किसका है, ये तो जांच मे ही पता चलेगा, मगर पुराने नोट नेपाल में आज भी चल रहे हैं, कपिलवस्तु पोस्ट की खबर सच प्रणानित हुई है।
कैसे चलते हैं पुराने नोट
बताते चलें कि अभी भारत और नेपाल के बीच पुराने नोटों को बदलने का काम नही हो पाया है। उसी अधार पर वहां कि कसाीनों और बार पुराने भारतीय नोटों को आधी कीमत पर लेते हैं और बाद में यह नोट बैंकों में चले जाते हैं। देश में अरबों के पुराने नोट अभी बचे हुए हैं। उन्हें किश्तों में नेपाल में आधे दाम पर कैश कराने का खुल चल रहा है। पिछले दिनों नेपाल के एक कसीनों में बिहार के एक नेता को पुराने नोट के साथ जुआ खेलते देखा गया था।