प्रेम जाल में फंसा कर भारतीय मूल की नेपाली लड़की को बेचा, लड़की अंजान जगह पर है कैद
लड़की मकान की सफाई कर्मी के मोबाइल से किया घर पर फोन कर लगाई बचाने की गुहार, परन्तु कैद की जगह का नहीं बता पा रही नाम
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। सीमा से सटे नेपाल के नगरपालिका कपितवस्तु के वार्ड नम्बर 7 की 17 वर्षीया एक बालिका को सूरज नामक युवा सुनहरे सपने दिखा कर भगा ले गया। एक अनजाने स्थान पर पहुंच कर उसने ल़ड़की को किसी के हाथ बेच दिया।फिर खरीदने वाले ने उस लड़की को एक घर में कैद कर दिया। अचानक एक दिन घर में सफाई करने के लिए एक महिला आई, तो उस लड़की ने मौका पा कर चुपके से अपने भाई को फोन कर दिया। उसने रो रो कर अपने साथ हुए धोखे की जानकारी दी, मगर यह नहीं बता सकी कि वह किस स्थान पर कैद है। उसके आडियो रिकार्ड को सुन कर यह अनुमान जरूर लगाया जा सकता है कि वह महाराष्ट्र में कहीं कैद है। इस सूचना के बाद एंटी ह्यूमेन ट्रैफिंग टीम फोन नम्बर के आधर पर उसे तलाश करने की कोशिश कर रही है। पूरी घटना को समझने के लिए आगे उसे काल्पनिक नाम वीना चौधरी रख देते हैं।
अचाानक भाई को आया कैद बहन का फोन
21सितम्बर को अचानक वीना के भाई को फान आता है। फोन बीना ने किया था। किसी अज्ञात जगह पर बंदी बनाई गई भारतीय मूल की नेपाली किशोरी वीना चौधरी ने झाड़ू लगाने वाली महिला की मदद से अपने भाई के मोबाइल नंबर पर बात की तो सारी हकीकत सामने आई। उसने मोबाइल पर रोते हुए अपने भाई से बात की। वह कहां है?, इसके बारे में बता नहीं पा रही थी। उसने बताया कि वह कमरे में बंदी है। गुहार लगा रही है कि किसी तरह उसे बचा लिया जाए। वह केवल इतना ही बता सकी कि वह जहां कैद है, वहां रूई (कपास) के खेत हैं। सिद्धार्थनगर में बस पर बैठने के बाद वह चार दिन की बस यात्रा और कपास की बात से अनुमान लगाया जा रहा है की वह महाराष्ट्र के किसी इलाके में कैद है। मगर वह जगह मुम्बई नीं हो सकती। आम तौर से कपास महाराष्ट्र, कर्नाटक व तेलगाना प्रदेश के बार्डर पर पैदा होती है।
मामला बाल कल्याण समिति में पहुंचा
इस मामले में वीना चौधरी के पिता ने बाल कल्याण समिति सिद्धार्थनगर से शिकायत की है। उनका कहना है कि के कपिलवस्तु थाने में भी तहरीर दी, लेकिन नेपाली नागरिक होने के कारण उसकी बात नहीं सुनई गई। इस बारे में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष वीरेंद्र मिश्र ने बताया कि नेपाली व्यक्ति ने उनसे शिकायत की है। यह मामला बॉर्डर पर मानव तस्करी से संबंधित है। इस मामले में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट में भेजा गया है। इसमें किशोरी ने जिस मोबाइल नंबर से बात की है, उसके माध्यम से उसकी तलाश की जानी चाहिए।
भारतीय मूल की मधेशी है वीना
बता दें कि गत 14 सित्म्बर को कपिलवस्तु नगर पालिका के माया नगर निवासी सूरज उसी वार्ड की रहने वाली वीना को लेकर फरार हो गया था। दोनों नेपाली होने के बावजूद भारतीय मूल के मधेशी है। घटना के बाद से सूरज भी फरार है और घर नहीं लौटा है। नेपाल पुलिस भी मामले की छानबीन कर रही है।
लड़की की तलाश जारी है-एंटी ट्रैफिकिंग टीम
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के प्रभारी रामकृपाल शुक्ल ने बताया कि नेपाली किशोरी के बातचीत से संबंधित मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाया गया है, उसके तलाश की कोशिश की जा रही है। उम्मीद है लड़कीं के बारे में जल्द पता चल जाएगा।