डुमरियागज सीट पर प्रत्याशी को लेकर कशमकश, नरेन्द्र मणि की दावेदारी भी चर्चा में
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। डुमरियागंज विधानसभा सीट पर बसपा और सपा की उम्मीदवारी तय हो जाने के बाद चर्चा का केन्द्र बिंदु भाजपा बन गई है। यहां से पिछला चुनाव हिंदू युवा वाहिनी के बड़े नेता राघवेन्द्र सिंह ने लड़ा था। पहला चुनाव और नया क्षेत्र होने के बावजूद उनका प्रदर्शन संतोषजनक रहा था।
दरअसल भाजपा में एक वर्ग डुमरियागंज सीट पर किसी ब्राह्मण को चुनाव लड़ाना चाहता है। इसके लिए वह वर्ग पूर्व जिलाध्यक्ष नरेन्द्र त्रिपाठी का नाम आगे कर रहा है। नरेन्द्र त्रिपाठी ने क्षेत्र में जनसम्पर्क भी शुरू कर दिया है। वह बड़ी खमोशी से जनसम्पर्क में लगे हुए हैं।
दूसरी तरफ यहां से पिछला चुनाव लड़ चुके हिंयुवा के प्रदेश स्तर के नेता राघवेन्द्र सिंह भी लंबे अरसे से जनता से जुड़े कार्यक्रमों में शामिल होते रहे हैं। गोरक्ष पीठाधीश्वर योगी आदित्य नाथ के करीबी हैं, इसलिए उनकी पोजिशन कमजोर नहीं मानी जा सकती है।
लेकिन डुमरियागंज से ब्राह्मण कैंडीडेट का समर्थन करने वाले गुट का कहना है कि अतीत में यहां भाजपा ब्रहमण कैडीडेट ही जिता पाई है। यहां से अज तक मुस्लिम और ब्राह्मण के अलावा अन्य कोई उम्मीदवार जीत नहीं पाया है।
लेकिन राघवेन्द्र सिंह के समर्थक इसे बकवास करार देते हैं। उनका दावा है कि हिंदू युवा वाहिनी के उम्मीदवार के सामने जात पात की सीमाएं टूट जाती हैं। इसलिए राघवेन्द्र सिंह ही सबसे मजबूत उम्मीदवार होंगे।
हालांकि पार्टी की ओर से अभी किसी प्रकार का संकेत नहीं मिला है। यह कयासबाजी केवल स्थानीय लेबिल पर है। हां राघवेन्द्र सिंह के बाद नरेन्द्र मणि त्रिपाठी की अचानक सक्रियता ने चर्चाओं को जन्म जरूर दे दिया है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा
जहां तक भाजपा जिलाध्यक्ष राम कुमार कुंवर का सवाल है, उनका कहना है कि अभी तक संगठन के स्तर पर कोई फैसला नहीं हुआ है। पार्टी जब संगठन से राय मांगेगी तो जिला इकाई पूरी ईमानदारी से समीक्षा कर अपनी राय उपर भेजेगी।