जनता का हाथ टूटे या पैर, जानते नहीं, इस सड़क का काम किसने लिया है ?
संजीव श्रीवास्तव
सिद्धार्थनगर। सावधान! अगर आपको सिद्धार्थनगर जनपद मुख्यालय से उसका बाजार की ओर जाना है तो जरा संभल के जाइयेगा, क्योंकि हाईडिल तिराहे से पोखरभिटवा मोड़ तक सड़क पर आपके हाथ पैर तोड़ने का पूरा प्रबंध एनएच विभाग ने कर रखा है।
सड़क के निर्माण का कार्य गोरखपुर के एक दबंग व्यक्ति की कंपनी को मिला था। जिसने काम को अधूरे में छोड़ दिया और उसके खिलाफ बोलने का साहस किसी के पास नहीं है।
मालूम हो कि एनएच 730 के निर्माण का जिम्मा पूर्वाचल के एक सशक्त व्यक्ति के कांस्ट्रक्शन कंपनी को मिला था। दो वर्ष पूर्व उसने हाईडिल तिराहे से पोखरभिटवा मोड़ तक सड़क को ऊंचा करने का कार्य शुरु किया। इसके लिए पहले सड़क पर मिटटी डाली गयी, उसके बाद उस पर गिटटी डाल कर छोड़ दिया गया।
वर्तमान में इस सड़क पर चलने वाले राहगीरों के साथ इसके किनारे बसे लोग धूल के शिकार होते है। जिससे उनमें तमाम रोग पनपने लगे हैं। किसी को सांस लेने में शिकायत तो किसी को अन्य रोग की शिकायत है। सड़क के निर्माण को लेकर कई बार आंदोलन भी हो चुका है, मगर प्रशासन या एनएच विभाग के पास इतना साहस नहीं है कि वह जिम्मेदार कांस्ट्रक्शन कंपनी से काम पूरा करा पाये।
इस सिलसिले में कपिलवस्तु पोस्ट ने जब एनएच के अफसर से बात की, तो उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण का जिम्मा जिस फर्म को दिया गया था, उसका पूर्वाचल ही नहीं पूरे सूबे में काफी दबदबा है। उसके खिलाफ बोले। इधर नये सिरे से सड़क का टेंडर कराने की प्रक्रिया शुरु की गयी है। नया टेंडर होने के बाद काम पूरा होगा।