नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। पेशी से वापसी के दौर हथकड़ी समेत फरार हो जाने के जिम्मेदार एक दारोगा समेत 9 पुलिस कर्मियों को सिद्धार्थनगर पुलिस महकमा ने गिरफतार कर जेल भेज दिया गया है। सभी के खिलाफ बाराबंकी जिले के जैदपुर थाने में मुकदमा भी दर्ज करा दिया गया है। सिद्धार्थनगर जेल में निरूद्ध शातिर क्रिमनल साबिर की फरारी वहीं पर हुई थी।
साबिर कैसे हुआ फरार ?
बता दें कि शामली जिले के कैराना का कुख्यात अपराधी साबिर सिद्धार्थनगर जिला जेल में बंद था। उसके ऊपर हत्या लूट डकैती आदि के ३ दर्जन मुकदमें कई प्रांतों में दर्ज थे इसलिए सिद्धार्थनगर के पुलिस कर्मी उसे अक्सर पेशी पर ले जाते थे। १ मई को पुलिस उसे हरियाणा की अदालत में पेश करने के लिए ले गये थे। वापसी में शुक्रवार रात ८ बजे जिले बाराबंकी के जैदपुर थाना क्षेत्र में उसे लंघुशका के लिए बज्र वाहन से उतारा गया और फिर वह सिपाही दिनेश को धक्का देकर अंधेरे में फरार हो गया।
कौन कौन पुलिसकर्मी गया जेल
बताया जाता है कि साबिर के फरार होने के बाद सभी नौ पुलिस कर्मियों दारोगा राज किशोर, हेड कांस्टेबुल दिनेश यादव सहित सिपाही राम अलख यादव, सत्य प्रकाश यादव, दुर्गेश यादव, रमाकांत चौधरी, राजेश यादव, जग नारायन, मनीराम ने जैदपुर में साबिर के फरार होने की एफआईआर दजा करा राया और शनिवार को सिद्धार्थनगर के एसपी को घटना की जानकारी दी। जिस पर सभी को सस्पेंड कर दिया गया।
शनिवार को ही एसपी ने पूरे हालात का जायजा लिया और मामले को अति गंभीर माने हुए देर रात सभी पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार कर लिया, इसके बाद फिर उन्हें जेल भेज दिया गया।
इसी अंदाज में भागा था मोस्टवांटेड छः फुटवा
याद दिलाते चलें कि २००५ में पूर्वी उत्तर प्रदेश का मोस्ट वांटेड क्रिमनल अजय उर्फ छः फुटवा भी इसी अंदाज में फरार हुआ था। छः फुटवा को बस्ती में एक मुकदमें पेशी के बाद सिद्धार्थनगर जेल लाया जा रहा था। शाम सात बजे बांसी रुघौली के बीच अचानक उसने लघुशंका की शिकायत की। इस पर पुलिस कर्मियों ने उसे बज्र वाहन से उतारा। वह सडक के किनारे पेशाब के लिए उतरा फिर उसने सिपाही को धक्का दिया और अंधेरे में फरार हो गया और आज तक पकड़ा न सका। इस मामले में भी सिद्धार्थनगर के तीन पुलिस कर्मियों पर मुकदमा कायम हुआ था।