ब्लाक प्रमुख उसका को हटाने के मामले में भाजपा को मिली जबरदस्त शिकस्त
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। ब्लाक प्रमुख उसका बाजार की ब्लाक प्रमुख राजमती देवी के खिलाफ अविश्वास का प्रस्ताव आज पास नहीं हो सका। विपक्षी इस मौके का फायदा उठाने में नकामयाब रहे। जिले में चल रहे अविश्वास प्रस्तावों के दौर में इसे भाजपा की पहली और बड़ी शिकस्त माना जा रहा है। भाजपा के लिए इससे शर्मनाक बात क्या होगी कि उसके समर्थन में एक दर्जन बीडीसी भी मौके पर नहीं पहुंचे।
बताया जाता है कि उसका बाजार ब्लाक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव और जरूरत पड़ने पर आज मत विभाजन किया जाना था। ब्लाक परिसर में सुबह से ही गहमा गहमी चल रही थी। एक बजे तक अविश्वास पेश होना था, मगर निर्धारित समय तक भाजपा खेमा वहां जरूरत भर के बीडीसी भेज पाने में विफल रहा। अतः कोरम के अभाव में प्रस्ताव पारित नहीं हो पाया। अब वहां पुरानी ब्लाक प्रमुख ही कार्यरत रहेंगी।
अधकचरी थी भाजपाई रणनीति
उसका बाजार में पुरानी प्रमुख को न हटा पाना भाजपा की रणनीतिक विफलता माना जा रहा है। भाजपा की ओर से अविश्वास प्रस्ताव की कमान सूरज पांडेय के हाथ थी। मगर उनके साथ लकिल के भाजपाई तक नहीं थे। यहीं नहीं भाजपा के सदर विधायक भी उनके साथ नहीं थे। उधर प्रमुख राजमती देवी के पति राजाराम लोधी ने विधानसभा चुनाव के बाद से ही अपने को भाजपा बताना शुरू कर दिया था।
सूरज कुमार पांडेय राजा राम लोधी के इस प्रचार को काट नहीं पाये। भाजपा के वरिष्ठ नेता भी इस प्रचार पर खामोश ही रहे। दूसरी तरफ सामन्य भाजपाई भी उनके पक्ष में खड़े नहीं हो पाये। यह कमी भाजपा नेताओं की थी कि उन्हों ने सूरज पांडेय के पक्ष में खुल कर काम नहीं किया। ऐसा क्यों हुआ, इसे लेकर यहां बड़ी चर्चा है। लोगों का कहना है कि राजाराम की धन की चोट ने कई नेताओं को नतमस्तक कर दिया।
बहरहाल राजमती देवी अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब रही है, लेकिन इस घटना से भाजपा की बहुत किरकिरी हो रही है। इससे पूर्व बढ़नी ब्लक में भी भाजपा की पराजय ोने वाली थी लेकिन प्रशासन की मदद से एक मत का फर्क कर किसी तरह इज्जत बचाया था।