ब्याज की रकम देशहित में लगाए मुस्लिम समाज: फैसल
हमीद खान
सिद्धार्थनगर। डुमरियागंज के ग्राम खरगौला निवासी एक्टिविस्ट मलिक फैसल ने मुस्लिम समाज से बैंक ब्याज का पैसा मुल्क की खिदमत में लगााने की अपील की है। इसके लिए उन्होंने ठोस व्यवस्था बनाने के लिए पीएम को पत्र लिख कर अनुरोध भी किया है।
एक मुलाकात में उन्होंने कहा कि इस्लाम में ब्याज का लेना हराम है। इसलिए उस पैसे का सही इस्तामाल मुल्क के लिए किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मुल्क में दैवी आपदाएं आती हैं देश के शहीदों के परिवारों को मदद की जरूरत होती है। तमाम क्षेत्र ऐसे हैं तहां उस पैसे का इस्तामाल किया जा सकता है।
उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री और आरबीआई को इस सिलसिले में पत्र लिख कर सुझाव दिया है कि वह ब्याज न लेने वाले मुसलमानों के बैंक अकाउंट में आने वाले ब्याज को प्रधानमंत्री राहत कोष अथवा अन्य किसी कोष में जमा कराने की व्यवस्था करें।
उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था तहत मुल्क के तमाम मुसलमानों के ब्याज का पैसा सरकार के पास पहुंच जायेगा और उसका इस्तेमाल सही जगह पर किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि अभी कोई ठोस इंतजाम नही होने से ब्याज न लेने वाले मुसलमान उस पैसे को बैंक से लेकर छोटे लेवल पर दान कर देते हैं, लेकिन इससे कोई बड़ा काम नहीं हो पाता।
उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री स्तर से पहल कर इस धन के केन्द्रीकरण के लिए कोई इंतजाम हो जाये तो वह ज्यादा फायदेमंद होगा। मलिक फैसल ने पीएम से अपने अकाउंट के ब्याज के बारे में भी इस तरह का अनुरोध किया है। फैसल एक्टिविस्ट होने के साथ एएमयू में टैक्सेसन के छात्र भी रहे हैं और अभी इंटर्नशिप पर हैं।
6:59 PM
श्रीमान फैसल साहब आपकी बात जायज लगी इस लिए लखि रहा हू जिस तरह आप ब्याज का पैसा नही लेते उसी तरह हज पर सब्सिडि भी न ले देश को उससे भी फायदा होगा
10:07 PM
मान्यवर हज सब्सिडी के लिए भारत की सारी बडी मुस्लिम तंजीमें इस बारे में भारत सरकार को लिख चुकी है। सुपीम कोर्ट भी भारत सरकार को निर्देा दे चुका है कथित ब्डिी बंद करने के लिए।