नोटबंदी से बीजेपी बेअसर, गोरखपुर में चुनाव के लिए खरीदी गईं 248 बाइक!
विशेष संवाददाता
गोरखपुर। राजनीति के लिहाज से देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में अगले साल चुनाव होने हैं. नोटबंदी के बाद से राजनीतिक दल परेशान हैं कि आखिर वह चुनाव में पार्टी का प्रचार कैसे करेंगे। लेकिन पूर्वी यूपी के गोरखपुर में जिस तरह बीजेपी ‘चोरी-छिपे’ तैयारियां करने में जुटी है, उससे बाकी पार्टियों की परेशानी बढ़ सकती है।
दरअसल, गोरखपुर के जंगल सिकरी में बीजेपी के स्टीकर लगी टीवीएस कंपनी की 248 बाइक खड़ी हैं। इन बाइकों को बाकायदा एक खाली प्लॉट में टेंट लगाकर रखा गया है। सफेद रंग की बाइक्स पर बीजेपी के चुनाव चिह्न वाले स्टीकर लगाए जा रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, 284 बाइकों में से करीब 188 का रजिस्ट्रेशन बीजेपी के क्षेत्रीय कार्यालय गोरखपुर के बेनीगंज के नाम पर किया गया है।
यहां तैयार की जा रही हैं बाइक
टीवीएस कंपनी की 245 बाइक और 3 ज्यूपिटर स्कूटरों को गोरखपुर के खोराबार इलाके में पड़ने वाले जंगल सिकरी गांव में रखा गया है। ये जगह फोरलेन के किनारे स्थित है। सभी गाड़ियों को एक बिल्डर के खाली पड़े प्लॉट में टेंट लगाकर रखा गया है। सभी गाड़ियां सफेद रंग की हैं और सभी गाड़ियों की पेट्रोल टंकी पर कमल के फूल के निशान वाला स्टीकर लगाया गया है।
बीजेपी नेता भले ही इन बाइकों से पल्ला झाड़ रहे हैं, लेकिन इनकी निगरानी कर रहे लोगों का कहना है कि इन बाइकों का इस्तेमाल पीएम नरेंद्र मोदी की रैली और आने वाले विधानसभा चुनाव में किया जाएगा।
गोरखपुर आरटीओ में हुआ है रजिस्ट्रेशन
जंगल सिकरी में खड़ी सभी 248 बाइकों का रजिस्ट्रेशन गोरखपुर आरटीओ से कराया गया है. वहीं इन्हें गोरखपुर प्राइवेट लिमिटेड बशारतपुर, शाहपुर से खरीदा गया है. सामने आए दस्तावेजों में एक गाड़ी के रजिस्ट्रेशन की फीस 2,668 रुपये दिखाई गई है, जबकि शोरूम से खरीदी गई प्रत्येक बाइक की मूल कीमत 37,105 रुपये दिखाई गई है, कुल मिलाकर सभी 248 बाइक की कीमत 92 लाख रुपये है. इन्हें आरटीओ से यूपी 53 सीएच सीरीज का नंबर मिला है।
बीजेपी ने झाड़ा पल्ला
जंगल में तैयार की जा रही इन बाइकों के बारे में जब स्थानीय बीजेपी नेताओं से जानकारी मांगी गई, तो उन्होंने पूरे मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया, बीजेपी के क्षेत्रीय महामंत्री चिरंजीव चौरसिया ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. वहीं बीजेपी के क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी डॉ. सत्येन्द्र सिन्हा ने भी बाइकों के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।