एनआरएचएम कर्मियों के पगार पर डाका, कोई सुनवाई नहीं
संजीव श्रीवास्तव
सिद्धार्थनगर। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत स्वास्थ्य योजनाओं को जनता तक पहुंचाने और उसके कुशल प्रबंधन में मिशन के कर्मियों का अहम योगदान है, इसके बावजूद मिशन में संविदा पर रखे गये ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक एवं डेटा आपरेटरों के पगार पर जिम्मेदार खुलेआम डाका डाल रहे हैं। कर्मियों ने इसकी शिकायत भी कई बार की, मगर कोई सुनवाई नहीं हुई।
जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सिद्धार्थनगर के 14 ब्लाकों में एक-एक ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक एवं डेटा आपरेटरों की तैनाती की गयी। ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक का निर्धारित वेतन प्रतिमाह 23 हजार 1 सौ एवं डेटा आपरेटरों को 11500 हजार मानदेय तय है, मगर ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधकों को 16400 और डेटा आपरेटरों को 6500 रुपये का प्रतिमाह भुगतान किया जा रहा है।
बताया जाता है कि एनआरएचएम कर्मी अपनी कटौती को लेकर कई बार आवाज उठा चुके हैं, मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। कई कर्मियों ने बताया कि किस मद में यह कटौती की जा रही है, इसका कोई भी साक्ष्य उनको उपलब्ध नहीं कराया जाता है। ऐसे में सवाल उठता है कि कर्मियों के पगार पर डाका कौन और क्यों डाल रहा है ?
इस सिलसिले में मुख्य चिकित्साधिकारी डा. जी. सी. श्रीवास्तव से सम्पर्क करने पर उन्होंने बताया कि इस प्रकार का कोई मामला उनके संज्ञान में नहीं है। वह इसके बारे में जिम्मेदार से पूछेंगे और मामले में अगर गड़बड़ी मिली तो दोषियों को दंडित करेंगे।