लॉक डाउन का असरः तय रेट से अधिक दाम पर बैस सिलेंडर बेचते पकड़े जाने पर एजेंसी मालिक ने पैसे लौटाये व माफी मांगी
निज़ाम अंसारी
शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर। जिले में लाक डाउन की घोषणा को पांच दिन बीत चुके हैं। इस दौरान ब्लै।क करने वालों की बन आई है। इस क्रममें एक गैस ऐजेंसी को सिलेंडर ब्लेक करते पकड़ लिया गया, लेकिन उसके माफी मांगने और पैसे लौटाने की या पर उसे माफ भी कर दिया गया।सवाल है कि इस संकट काल में किसी ब्लैक मार्केटियर को आम माफी देना क्या उचित? आखिर असरदार लोगों को माफी और गरीब को लाठी से सुधारने कि प्रक्रिया कब रुकेगी? घटना “माँ जगदम्बा इंडेन गैस एजेंसी”, टिकरी, तहसील शोहरतगढ़ की है।
बताया जाता है कि गत शुक्रवार को उक्त गैस एजेंसी पर गैस वितरण किया जा रहा था। इस दौरान शोहरतगढ़ के तहसीलदार राजेश कुमार अग्रवाल बभ्रनी बाजार का दौरा करते हुउ गैस एजेंसी पर पहुंच गये, जहां मौके पर गैस ले रहे उपभोक्ता अमित जयसवाल, इश्तेखार तथा अब्दुल मजीद की पत्नी तज्जबुन्निशा ने लिखित रूप से बताया कि गैस एजेंसी पर एजेंसी कर्मी द्वारा निर्धारित मूल्य 875 रुपए की जगह 920 रुपया लिया जा रहा है। तहसीलदार की पूछतांछ में गैस बांट रहे हॉकर चंद्रेश ने भी अधिक मूल्य लिए जाने की बात स्वीकार की।
ममला सत्य पाये जाने पर तहसीलदार ने तत्काल गैस एजेंसी के मालिक से जब नियम क़ानून की बात की तो उसने तत्काल माफी मांगते हुए अपने हॉकर से अधिक मूल्य वापस कराया तथा निर्धारित मूल्य पर गैस देने का निर्देश दिया। तहसीलदार राजेश अग्रावाल ने बताया कि इस समय सम्पूर्ण देश कोरोना जैसी गंभीर आपदा से जूझ रहा है। जमाखोरी व अधिक मूल्य लेना एक गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। ऐसे में कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
बताते चलें कि अक्सर वितरकों द्वारा ग्राहकों से अधिक मूल्य सिर्फ होम डिलीवरी के नाम पर वासूअला जाता है जबकि होम डिलीवरी का चार्जे पहले से ही गैस सिलिंडर के दाम में जुड़ा रहता है | तहसीलदार साहब ठहरे प्रेमी आदमी वो एक बार जरूर माफ करते हैं ।