शोहरतगढः विधायक ने दी सरकार छोड़ने की धमकी, कहा- हालात न सुधरे तो विपक्ष में बैठेंगे
— घटक दल का विधायक मान कर मुझको कमजोर न समझा जाये, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव की कर्रवाई का इंतजार कर रहा हूं– अमर सिंह
नजीर मलिक
“सिद्धार्थनगर (यूपी) जिले के शोहरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र से अपना दल विधयाक चौधरी अमर सिंह एक बार फिर अपने तल्ख तेवर में दिखे। जिले में कानून और व्यवस्था नाम की कोई चीज न होने आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा है कि इस बारे में मैने सत्ता शासन में बैठे लोगों को अवगत करा दिया है। इसके बाद भी हालात नहीं सुधरे तो वह सत्ता पक्ष को त्याग कर विपक्ष में बैठने को मजबूर होंगे।”
आज यहां शोहरतगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम पकड़ी में हुए पुलिस जुल्म के संदभी में इलेक्ट्रानिक मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जिले की कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। चारों ओर अराजकता व्याप्त है। इस बारे में प्रशासन को मैने कई बार चेतावनी दी लेकिन उनकी बात नही सुनी गई। यह बड़े शर्म की बात है कि अफसर जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा कर रहे हैं।
पकड़ी कांड की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि पकड़ी चौराहे पर पुलिसिया तांडव के निशान देखे जा सकते हैं। पुलिस वालों ने निरपराध लोगों के साथ मारपीट की। लोगों की गुटियां आदि तोड़ी। लोगों के घरों में घुस कर दबिश दी और पुलिस ने अभद्र व्यवहार किया। मैने कलक्टर एसपी को सारी बात बताई और उनसे भी मौका मुआयना करने को कहा
पूरी जानकरी मुख्यमंत्री को दी
उन्होंने कहा कि मैने सारी जानकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को दी। उनके निर्देश पर उनके प्रमुख सचिव गोयल जी ने मुझसे वार्ता की और इस मामले में डीजीपी से बात कर ठोस कार्रवाई का आश्वासन दिया, मगर अब तक कोई कार्रवाई नही हुई। गांव में अभी भी पुलिस तैनात है और वहां आतंक का मौहौल है। मै उनकी कार्रवाई का इंतजार कर रहा हूं। इसके बाद फॅैसला ले लूंगा।
अंत में उन्होंने कहा कि जिले के इन हालात से मुख्यमत्री जो को अवगत कराने के बाद वे मुख्य सचिव द्धारा दिये गये आश्वासन के पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं। अगर उन्होंने कोई कदम नहीं उठाया तो वे गठबंधन धर्म नहीं निभा पायेंगे और सत्ताधारी दल का साथ छोड़ कर विपक्ष में बैठना पसंद करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार का छोटा घटक समझ कर यदि लोग उनको कमजोर विधायक समझ रहे हैं तो यह उनकी भूल है।
क्या है पकड़ी चौराहा कांड
शोरतगढ थाने से दक्षिण तीन चार किमी की दूरी पर पकड़ी बाजार चौराहा स्थित है। वहां दो अप्रैल को एक मामले की जांच करने थाने के एक दारोगा और एक सिपाही गये थे। वहां किसी बात को लेकर विवाद हुआ तो मौके पर जमा भीड़ ने दारोगा व सिपाही की जम कर पिटाई कर दी। लेकिन पुलिस ने मामला दबा लिया। अचानक चार अप्रैल की शाम को उस मामले का विडियो वायरल हुआ, जिसमें दोनों की पिटाई साफ देखा जा सकता था। इसके बाद पुलिस ने चार लोगों को नमाजद कर 20 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर 5 अप्रैल को पकड़ी बाजार में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। आरोप है कि पुलिस वहां कहर बरपा कर रही है, जबकि अनेक लोग इस घटना के पीछे सियासी चाल भी बता रहे हैं।