गंवई बिसात पर प्रधानी की चाल शुरु, चढ़ने लगा चुनावी पारा
संजीव श्रीवास्तव
नवम्बर माह में ग्राम प्रधान एवं ग्राम पंचायत सदस्य के चुनाव की आहट पाते ही गांवों में चुनावी पारा चढ़ने लगा है। गांव-गांव में बिसात बिछ गयी है। उस पर दावेदारों ने चालें भी चलनी शुरु कर दी है। गांवों में दावेदारों द्वारा विकास की गंगा बहा देने का दौर शुरु हो गया है।
सिद्धार्थनगर में 1199 ग्राम पंचायतों में प्रधान एवं ग्राम पंचायत सदस्यों का चुनाव होना है। जिसके लिए गांवों में दावेदारों की पूरी फौज पहले से ही तैयार है। अब जबकि नवम्बर में चुनाव कराने की संकेत मिल गये हैं, तो दावेदार अपनी तैयारियों को अंजाम तक पहुंचाने में जुट गये हैं।
गांवों में दावेदारों की बैठकें होने लगी हैं। बैठकों में हर दावेदार अपने को प्रतिद्वंद्धियों से बेहतर साबित करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहा है। इसी के साथ पुराने संबंधों की दुहाई देने का काम भी तेज हो गया है। दावेदारों द्वारा दिनभर गांवों के घर-घर जाकर काका, बाबा आदि उदबोधनों से उनकी परेशानियां पूछने का दौर भी शुरु हो गया है।
हर गांवों में दावेदारों की संख्या भी दिन रात बढ़ रही है। इससे दावेदारों की धड़कनें तेज हो रही है। दावेदार अपनी गाणित को बनाने और प्रतिद्वंद्धियों के गुणा भाग को बिगाड़ने का प्लान बना उसे तत्काल अमल में लाने की जुगत में है। कुछ स्थानों पर दावतों का दौर भी शुरु हो गया है।
दावेदारों द्वारा इस बात का विशेष ख्याल रखा जा रहा है कि उनके किसी बात से किसी भी वोटरों को धक्का न लग पाये। इसलिए उम्मीदवार बडी़ सावधानी बरत रहे है। किसी भी बात को बोलने के पहले दावेदार उसके नफे- नुकसान के बारें में सोच रहे हैं।