अखिलेश ने मंत्री का टिकट काट कर पंक्चर बनाने वाले के बेटे को दिया टिकट
प्रचंड सिंह
गोरखपुर। मऊ लिे में मरदह के कासिमाबाद मार्ग पर साइकिल का पंक्चर बनाने वाले रामबचन चौहान ने यह कभी नहीं सोचा होगा कि उनके बेटे महेंद्र चौहान को सपा से टिकट मिलेगा। जैसे ही सोमवार की शाम बेटे को जहूराबाद से टिकट मिलने की जानकारी रामबचन को हुई वे खुशी से फूले नहीं समाए। उन्हें भरोसा नहीं हो रहा है कि जहूराबाद विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री शादाब फातिमा का टिकट काटकर उनके बेटे महेंद्र को टिकट दे दिया गया है।
मऊ डीसीएसके पीजी कालेज से महामंत्री का चुनाव लड़कर सियासी सफर शुरू करने वाले महेन्द्र चौहान के पिता मरदह कस्बा स्थित मरदह कासिमाबाद मार्ग पर साइकिल का पंक्चर बनाते हैं। छोटा भाई सुरेन्द्र चौहान बगल में मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान करता है। महेन्द्र चौहान की पत्नी मंजू चौहान 2000 में बिरनो प्रथम क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य चुनी गई थीं।
जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में उन्होंने तत्कालीन प्रत्याशी और सांसद बने राधेमोहन सिंह को वोट दिया था। तभी से चौहान राजनीति में आ गए और राधेमोहन सिंह के खास माने जाने लगे। पिछले वर्ष हुए जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में भी मंजू चौहान ने सपा के बागी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा लेकिन हार गईं।
याद रहे कि वर्तमान प्रदेश सरकार में शादाब फातिमा मंत्री थीं। वह शिवपाल खेमे की मानी जाती थीं। लेकिन परिवार के झगड़े में पहले अखिलेश ने उन्हें मंत्री पदसे हटाया, बाद में टिकट से भी वंचित कर महेंन्द्र चौहान का टिकट दे दिया।