गौ रक्षा के साथ-साथ गौ सेवा भी हमारा कर्तव्य- राघवेन्द्र प्रताप सिंह
पूर्व विधायक ने जन सहयोग से पशु आहार बैंक का स्थापना किया
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। इस दौरान राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि आज के परिवेश में हर सनातनी गौ माता की सेवा करने की लालसा अपने दिल में रखता है परंतु इस दौड़ भाग की जिंदगी में चाहते हुए भी गौ सेवा नही कर पाता यह मुझ पर भी लागू होता है, मेरे जैसे लाखों सनातनियों के भावनाओं को देखते हुए जन सहयोग से डुमरियागंज ब्लाक में पशु आहार बैंक खोला गया हैं। जिसका शुभारंभ डुमरियागंज के पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने फीता काटकर किया।
पूर्व विधायक ने लोगों से आव्हान किया कि गौ सेवा के संकल्प को साकार करने हेतु सभी को बढ़ चढ़ कर आगे आना चाहिए और आप सभी को गोवंश के प्रति समर्पण का ही यह उदाहरण हैं कि जन सहयोग से इस आहार बैंक में 80 पैकेट पशु आहार गौ सेवकों द्वारा दान किया गया हैं। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश का पहला जनसहयोग से पशु आहार बैंक की स्थापना डुमरियागंज विधानसभा में किया गया हैं, जिसमें एकत्रित हुए पशु आहार को विधानसभा के सभी गौशालाओं में आवश्यकता अनुसार समय समय पर भेजा जाएगा।
इस दौरान उपजिलाधिकारी कुणाल, बाल विकास परियोजना अधिकारी अभय प्रताप सिंह ने इस कार्य की सराहना करते हुए बताया कि गौसेवा के लिए प्रदेश का पहला पशु आहार बैंक का उद्धघाटन डुमरियागंज में हुआ है। कार्यक्रम में ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि डुमरियागंज नरेन्द्र मणि त्रिपाठी, भनवापुर लवकुश ओझा, मिठवल डॉ. दशरथ चौधरी, प्रधान संघ अध्यक्ष डुमरियागंज दिलीप पाण्डेय उर्फ छोटे, भनवापुर लाल जी शुक्ला आदि ने भारतीय संस्कृति के पांच आधार स्तंभ की जानकारी दी।
जिसमें गंगा, गीता, गाय, गुरु और गायत्री भारतीय संस्कृति के 5 सूत्र हैं। जिसमें गंगा में ज्ञान की धारा से जोड़ती है। गीता हमें कर्तव्य का बोध कराती है। वही गाय भारतीय संस्कृति में माता के रूप में प्रतिष्ठित है। गुरु अज्ञान रूपी अंधकार से निकालकर ज्ञान रूपी प्रकाश चले जाते हैं। वहीं गायत्री हमें सद्बुद्धि प्रदान करते हुए श्रेष्ठ मार्ग प्रशस्त करती है। इस प्रकार गाय की सेवा से बढ़कर और कोई सेवा नहीं हो सकती इस कारण हर व्यक्ति को गो सेवा में जरूर अपना योगदान देना चाहिए और बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। हर व्यक्ति को किसी न किसी तरह गौ सेवा करना चाहिए, भले ही वह छोटे रूप में क्यों न हो। गो सेवा का पुण्य काफी बड़ा होता है।
कार्यक्रम का संचालन समाजसेवी रमेशलाल श्रीवास्तव ने किया। इस दौरान मधुसूदन अग्रहरि, अमरेंद्र त्रिपाठी, रमेशधर द्विवेदी, उदय शंकर श्रीवास्तव, विनय पाठक, राजीव कुमार, शत्रुहन सोनी, विनोद श्रीवास्तव, चंद्रभान अग्रहरि, अशोक अग्रहरि, रमेश सोनी, राजकुमार चौधरी, अंकित श्रीवास्तव आदि सहित भारी संख्या में समाजसेवी, प्रधानगण, क्षेत्र पंचायत सदस्यगण, भाजपागण पदाधिकारी उपस्थित रहें।