सावधान! पेट्रोल पंपों पर ऐसे की जाती है डीजल, पेट्रोल भरने में बेइमानी
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। पेट्राल पंपों पर डीजल पेट्रोल भरवाने में घटतौली की शिकायतें आम होती हैं। इसकी शिकायत पर पंप कर्मी बड़ी मासूमियत से कहते हैं कि आपके वाहन का एवरेज खराब होगा। लेकिन सच यह है कि अनेक स्थानों पर चोरी की जाती है। जानिए कितनी सफाई से होती है चोरी। थोड़ी सी सावधानी से आप इसे रोक भी सकते हैं।
होता कुछ यूँ है की जिस नोजिल से कर्मचारी पेट्रोल डालते हैं, उसका सम्बन्ध मीटर से होता है। अगर मीटर में 200 रुपए का पेट्रोल फीड किया गया है, तो एक बार नोज़िल का स्विच दबाने पर स्वतः 200 रुपए का पेट्रोल डल जायेगा। उसे ऑफ करने की कोई ज़रूरत नहीं पड़ती। स्विच सिर्फ मीटर को ऑन करने के लिए होता है उसका ऑफ से कोई सम्बन्ध नहीं होता, क्योंकि मीटर फीड की हुई वैल्यू खत्म होने पर रुक जाता है।
अगर पेट्रोल डालते समय नोजिल का स्विच बंद कर दिया जाए, तो भी मीटर चलता रहता है। लेकिन नोजिल बंद होने की वजह से पेट्रोल बाहर नहीं निकलता। इसी बात का फायदा उठाकर कर्मचारी करते ये हैं, कि जब भी कोई पेट्रोल डलवाता है तो बीच़-बीच में स्विच.ऑफ कर देते हैं। जिससे रुक-रुक कर पेट्रोल टंकी में जाता है और हम कम एवरेज की गाड़ी कहकर कपम्पनी को कोस कर चुप हो जाते हैं।
यहां यह बताना जरूरी है कि कर्मचारी जब भी नोजिल का स्विच आफ करूेगा तो उसके नोजिल वाले हाथ में हरकत जरूर होगी। यह हरकत स्वचि आप करने भी होगी। इसलिए आपको एक बार मीटर की फीडिंग देखने के बाद कर्मचारी के नोजिल वाले हाथ पर नजर रखनी होगी।
फर्ज़ कीजिये आप पेट्रोल पम्प पर गये और 200 रुपए का पेट्रोल डलवाया 200 रुपए का पेट्रोल डलने में 30 से45 सेकंड का समय लगता है। इस दौरान आपका सारा ध्यान मीटर की रीडिंग पढ़ने में निकल जाता है और अगर ये लोग 10 सेकंड के लिए भी स्विच ऑफ करते हैं तो समझ लीजिये आपका 50 रुपए का पेट्रोल कम डाला गया है।
पंप कर्मियों की चोरी पकड़ने के लिए आप को करना यह है कि जैसे ही कोई कर्मी पेट्रोल डालते समय अपने नोजिल वाले हाथ को हिलाये या हल्का झटका दे, आप उसे फौरन टोक दें और बता दें कि यह ईंधन चोरी है। इसकी शिकायत पंप मालिक से भी करें तो इस चोरी को रोका जा सकता है।