ध्रुव की गिरफ्तारी को लेकर विधानसभा अध्यक्ष से मिले पत्रकार, सौंपा ज्ञापन
– पत्रकार को फर्जी मामले में फंसाने की निष्पक्ष जांच की मांग
– केंद्रीय गृह मंत्री व गृह सचिव को मामले से अवगत कराने का आश्वासन
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। कपिलवस्तु के पत्रकार ध्रुव यादव को साजिश में फंसाकर जेल भेजने के विरोध में गुरुवार को पत्रकारों का प्रतिनिधिमंडल विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय से मिला। उनके आवास पर भेंट के दौरान ज्ञापन सौंपते हुए मामले की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की मांग की। सीमा पर एसएसबी की कारगुजारियां भी उजागर की। विधानसभा अध्यक्ष ने केंद्रीय गृहमंत्री और गृह सचिव को पूरे मामले से अवगत कराते हुए समुचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
पत्रकार संघर्ष समिति के बैनर तले इटवा पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि भारत–नेपाल सीमा क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाते हुए ध्रुव यादव ने कई बार एसएसबी की कारगुजारियां उजागर की थी। इससे एसएसबी के कुछ लोग क्षुब्ध थे। इसी द्वेष में ध्रुव यादव को साजिश रचकर फर्जी मामले में एसएसबी ने फंसाया है। पहले भी एसएसबी ऐसा कर चुकी है। डीआईजी की जांच में यह सामने आ चुका है। तब दोषी जवानों पर अनुशासनिक कार्रवाई कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। इस बार एसएसबी ने बड़े स्तर पर साजिश रची है, जिससे बचने की गुंजाइश न रहे। एसएसबी की यह कार्रवाई पूरी तरह लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने आश्वस्त किया कि वह पूरे मामले से केंद्रीय गृह मंत्री व गृह सचिव को अवगत कराने की बात कही। आश्वासन दिया कि पत्रकार के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। ज्ञापन देने वालों एमपी गोस्वामी, नजीर मलिक, बीपी त्रिपाठी, इंद्रमणि पांडेय, मनीष जायसवाल, परमात्मा शुक्ला, सलमान आमिर, राशिद फारुकी, सिंहेश ठाकुर, इरशाद सिद्दीकी, प्रशांत सिह, अरविंद झा, परवेज अहमद, अंकित श्रीवास्तव, बलराम त्रिपाठी, शिवकुमार चौबे, मुकेश मिश्रा, एम.आरिफ, अंबिका मिश्रा, नंदलाल सोनी, आरिफ, जटाशंकर सोनी आदि शामिल रहे।
अलीगढ़वा पहुंची बार एसोसिएशन की जांच टीम
दूसरी तरफ सिविल सिद्धार्थ बार एसोसिएशन के पांच सदस्यीय जांच टीम ने गुरुवार को अलीगढ़वा कस्बा बाजार का दौरा किया। पत्रकार ध्रुव यादव प्रकरण की जांच किया। जांच रिपोर्ट को सक्षम अधिकारी को प्रेषित करने की बात कही।
सिविल सिद्धार्थ बार एसोसिएशन की जांच टीम सुबह करीब सात बजे बाजार में पहुंची। लोगों से घटना के संबंध में जानकारी प्राप्त किया। घटना स्थल का निरीक्षण किया। सीमा के गेट पर लगे सीसी टीवी कैमरे के संबंध में भी पूछताछ किया। लोगों ने बताया कि घटना के समय सीसी टीवी कैमरा बंद था। इस कारण कोई फुटेज नहीं मौजूद है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने पूरे प्रकरण का टुकड़ों में वीडीओ बनाया है। कुछ फुटेज को टीम ने एकत्र भी किया। सभी ने एक स्वर में कहा कि जब ध्रुव यादव को एसएसबी नेद पकड़ा था तो उसके हाथ या बाइक में कोई सामान नहीं था। एसएसबी ने कैंप पर ले जाकर चरस को प्रायोजित किया। जांच टीम का नेतृत्व अध्यक्ष बार एसोसिएशन रामशंकर पांडेय ने किया। इस दौरान महामंत्री राधेश्याम मिश्रा, देवेंद्र मणि त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष राजेश मिश्रा, कैलाश नाथ गिरी शामिल रहे।
बांसी के पत्रकारों ने दिया ज्ञापन
बांसी, सिद्धार्थनगर। अमर उजाला के पत्रकार ध्रुव यादव को फर्जी मुकदमे में फ़साने व जेल भेजने से बांसी के आक्रोशित पत्रकारो ने प्रदर्शन कर विरोध जताते हुए गुरुवार को उपजिलाधिकारी बांसी को राज्यपाल के नाम सम्बोधित ज्ञापन सौंपकर घटना की निष्पक्ष जांच कराते हुए दोषियो के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की मांग किया। ज्ञापन सौंपने के दौरान रितेश बाजपेयी, सुभाष चन्द्र पानडे, रविन्द्र श्रीवास्तव, मोहम्मद इरफान बाकर,शैलेंद्र पानडे, बसंत शर्मा, उदयभान पाठक, सुनील सहित दो दर्जन पत्रकार साथी रहे ।